नयी दिल्ली, 11 जून (भाषा) तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने बुधवार को कांग्रेस द्वारा बीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव के परिवार के किसी भी सदस्य को पार्टी में शामिल करने की संभावना को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया और उन्हें ‘राज्य का दुश्मन’ करार दिया। केसीआर परिवार में आंतरिक कलह के सार्वजनिक रूप से सामने आने के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘केसीआर परिवार के सदस्यों को कांग्रेस में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। जब तक रेवंत रेड्डी हैं, उन्हें अनुमति नहीं दी जाएगी। पार्टी में उनके लिए कोई जगह नहीं है।’’
रेड्डी का यह बयान केसीआर परिवार में गहराते विवाद की पृष्ठभूमि में आया है जो अब राजनीतिक क्षेत्र तक फैल गया है। इससे भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) में अशांति फैल गई है, जिसे 10 साल के शासन के बाद दिसंबर 2023 में राज्य की सत्ता से बाहर कर दिया गया था।
केसीआर की बेटी के. कविता ने राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को जताया है और सामाजिक न्याय और पार्टी की आंतरिक गतिविधियों के बारे में चिंता जताई है, जिससे बीआरएस के प्रथम परिवार के मतभेद उजागर हो गए हैं।
पारिवारिक कलह को खारिज करते हुए रेड्डी ने इसे राज्य की राजनीति में प्रासंगिक बने रहने का एक हताश प्रयास बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘केसीआर परिवार में दरार कुछ और नहीं बल्कि राज्य में पार्टी की प्रासंगिकता खत्म होने के बाद लोगों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश है।’’
मुख्यमंत्री ने राज्य भाजपा अध्यक्ष जी किशन रेड्डी पर भी निशाना साधा और उन पर मोदी कैबिनेट में दो बार केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद तेलंगाना के विकास के लिए केंद्रीय निधि हासिल करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
रेड्डी ने आरोप लगाया, ‘‘किशन रेड्डी मोदी कैबिनेट में दो बार केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं, लेकिन उन्होंने राज्य के लोगों के कल्याण के लिए केंद्र से कभी कोई बात नहीं की। उन्होंने कभी अपने विवेक का इस्तेमाल नहीं किया और राज्य के लिए केंद्र से धन प्राप्त करने की कोशिश नहीं की।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और प्रह्लाद जोशी तमिलनाडु और कर्नाटक में मेट्रो विकास सुनिश्चित कर रहे हैं, लेकिन किशन रेड्डी मेट्रो परियोजना का विरोध कर रहे हैं।
भाषा संतोष नरेश
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