हैदराबाद, 11 जून (भाषा) भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बुधवार को कालेश्वरम परियोजना में कथित अनियमितताओं की जांच कर रहे न्यायिक आयोग के समक्ष पेश हुए।
यह सिंचाई परियोजना पिछली बीआरएस सरकार के दौरान बनाई गई थी।
राव पूर्वाह्न 11 बजे के बाद आयोग के कार्यालय पहुंचे।
केसीआर की मौजूदगी के मद्देनजर बीआरएस के कई नेता और कार्यकर्ता यहां बीआरएस भवन के पास स्थित आयोग के कार्यालय के बाहर एकत्र हो गए। इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे।
आयोग ने अपनी जांच शुरू होने के बाद से पिछले एक वर्ष में कई इंजीनियरों और अन्य अधिकारियों, विशेषकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों से पूछताछ की है।
केसीआर के भतीजे और बीआरएस विधायक टी हरीश राव नौ जून को आयोग के समक्ष पेश हुए थे। राव पिछली बीआरएस सरकार में सिंचाई मंत्री थे।
उनसे पूर्व, भाजपा के लोकसभा सांसद ईटाला राजेंद्र से आयोग ने छह जून को पूछताछ की थी जो बीआरएस सरकार में वित्त मंत्री थे।
राज्य में 2023 के विधानसभा चुनावों के दौरान कालेश्वरम परियोजना के बैराज को होने वाली क्षति एक प्रमुख मुद्दा बन गयी थी।
तेलंगाना के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने हाल ही में कहा था कि राष्ट्रीय बांध सुरक्षा प्राधिकरण (एनडीएसए) ने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित कालेश्वरम परियोजना को ‘‘संभवतः’’ देश की सबसे बड़ी मानव निर्मित आपदा करार दिया है।
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