जम्मू, 22 अप्रैल (भाषा) दक्षिण कश्मीर के पहलगाम पर्यटन स्थल पर पर्यटकों को निशाना बनाकर किये गये घातक आतंकवादी हमले की निंदा करने के लिए विभिन्न संगठनों ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है और इसके परिणामस्वरूप जम्मू में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
आतंकवादियों ने मंगलवार दोपहर कश्मीर के पहलगाम शहर के एक प्रसिद्ध मैदान में गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 26 लोगों की मौत हो गयी।
आतंकी हमले में मारे गये लोगों में ज्यादातर पर्यटक थे।
यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला बताया जा रहा है।
एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने विस्तृत जानकारी साझा किये बिना बताया कि मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय लोग शामिल हैं।
कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई और कई दक्षिणपंथी समूहों ने बुधवार को जम्मू शहर और अन्य जगहों पर विशाल विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
अधिकारियों ने बताया कि हालात के मद्देनजर रणनीति बनाने के लिए जम्मू संभागीय आयुक्त रमेश कुमार और जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी की संयुक्त अध्यक्षता में यहां पुलिस नियंत्रण कक्ष में एक उच्च-स्तरीय सुरक्षा बैठक जारी है।
उन्होंने बताया कि शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर संवेदनशील इलाकों में पहले से ही अतिरिक्त पुलिस व अर्धसैनिक बलों को तैनात किये गये हैं।
कांग्रेस ने जम्मू शहरी व ग्रामीण ब्लॉक और अन्य शाखाओं के अपने सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं से बुधवार सुबह यहां पार्टी मुख्यालय में आतंकवादी हमले के विरोध में इकट्ठा होने को कहा है।
शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (उबाठा), डोगरा फ्रंट और राष्ट्रीय बजरंग दल के अलावा ‘चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’, वकीलों और विभिन्न बाजार संघों ने भी बुधवार को शहर में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है।
‘मिशन स्टेटहुड’ के अध्यक्ष सुनील डिंपल ने जम्मू शहर में पाकिस्तान-विरोधी प्रदर्शन किया, जबकि डोडा, कठुआ और पुंछ सहित विभिन्न जिला मुख्यालयों से भी आंदोलन की खबरें आईं।
भाषा जितेंद्र सुरेश
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