नयी दिल्ली, 22 जनवरी (भाषा) इस साल गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी में काशी विश्वनाथ धाम की प्रतिकृति होगी, जो प्राचीन शहर के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति को प्रदर्शित करेगी।
अधिकारियों ने बताया कि भारत की आजादी के 75 साल की थीम पर आधारित उत्तर प्रदेश की यह झांकी राज्य के ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ओडीओपी) कार्यक्रम को भी प्रदर्शित करेगी, जो कौशल विकास कार्यक्रम के जरिए स्वदेशी उत्पादों, कला और हस्तशिल्प को संरक्षित, विकसित और बढ़ावा देने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी पैदा करती है।
उत्तर प्रदेश के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘देश की आजादी के 75 साल होने पर आधारित झांकी को तैयार करने में कोलकाता के कलाकारों की संवाएं ली गई। प्रतिकूल मौसम के बावजूद कलाकारों ने 20 दिनों के भीतर झांकी तैयार की।’’
उत्तर प्रदेश की झांकी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार की सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम नीति तथा औद्योगिक विकास नीति पर आधारित ओडीओपी कार्यक्रम के तहत कौशल विकास एवं रोजगार से प्राप्त उपलब्धियों को दिखाया जाएगा। उत्तर प्रदेश की झांकी पर एक नोट में लिखा है, ‘‘विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में हुए विकास को प्रदर्शित किया गया है।’’
उत्तर प्रदेश की झांकी में गोरखपुर के प्रसिद्ध टेराकोटा सिरेमिक शिल्प का भी प्रदर्शन होगा। झांकी के शीर्ष पर ओडीओपी कार्यक्रम के तहत पीतल से बनी गाय मुरादाबाद के धातु शिल्प का प्रतिनिधित्व करेगी। अधिकारियों ने कहा कि झांकी का मध्य भाग वाराणसी के घाटों पर हिंदू संतों द्वारा सूर्य को अर्घ्य देने और सुबह की प्रार्थना की संस्कृति को प्रदर्शित करेगा।
भाषा आशीष दिलीप
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