बेंगलुरु, दो जून (भाषा) कर्नाटक सरकार ने सोमवार को ‘गृह आरोग्य योजना’ के राज्यव्यापी विस्तार की घोषणा की, जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 30 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को 14 गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) की जांच और उपचार की सुविधा प्रदान की जाएगी।
शुरुआत में पायलट परियोजना के तौर पर 24 अक्टूबर, 2024 को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कोलार जिले में इस योजना को शुरू किया था। योजना के तहत, स्वास्थ्य दलों ने प्रमुख गैर-संचारी रोगों का पता लगाने के लिए घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच की।
अधिकारियों ने बताया कि इसकी सफलता के बाद, आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए इस योजना को कर्नाटक के सभी जिलों में विस्तारित किया जाएगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘शुरुआत में 30 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों में प्रमुख एनसीडी के लिए जांच की गई, जिसमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर जैसी बीमारियां शामिल हैं। अब चूंकि ‘गृह आरोग्य योजना’ का राज्य भर में विस्तार किया जाएगा, कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताओं में 30 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए 14 एनसीडी के लिए मुफ्त जांच शामिल होगी।’’
पिछले साल एक जिले में इस योजना की शुरुआत का जिक्र करते हुए स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा, ‘‘हम इसे सभी जिलों तक ले जाना चाहते थे, लेकिन कार्यक्रम में संशोधनों के कारण हमें इसमें कुछ और समय लग गया है। पहले हम केवल छह गैर-संचारी रोगों को ही शामिल कर रहे थे… लेकिन, अब इसमें 14 गैर-संचारी रोग शामिल किए गए हैं…जिनकी इस योजना के तहत जांच की जा सकती है।’’
राव ने ‘पीटीआई वीडियो’ को बताया, ‘‘यह एक बहुत बड़ा कार्यक्रम है जिसके लिए बहुत अधिक निगरानी और उचित कार्यान्वयन की आवश्यकता होगी। इसका गैर-संचारी रोगों की रोकथाम पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि हम कैंसर, दिल का दौरा, गुर्दे की बीमारियों, तंत्रिका विकारों, मानसिक समस्याओं में वृद्धि देख रहे हैं। इसलिए यदि आप ऐसी बीमारियों की जल्दी पहचान कर सकते हैं, जल्द उपचार के कदम उठा सकते हैं, तो इससे लोग बेहतर और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।’’
भाषा
शफीक दिलीप
दिलीप
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