नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को एक व्यक्ति द्वारा खुद को दाऊद इब्राहिम गिरोह का सदस्य बताकर धमकी भरे ‘कॉल’ करने और 100 करोड़ रुपये की मांग करने के बाद शनिवार को यहां उनके आवास और कार्यालय में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि फोन करने वाले की पहचान जयेश कांता के रूप में की गई है जो कि हत्या के एक मामले में कर्नाटक में बेलगावी की एक जेल में बंद है. उसने जेल के अंदर से कॉल की थी. उन्होंने कहा कि आगे की जांच के लिए अपराध शाखा की टीम को वहां भेजा गया है.
अधिकारी के मुताबिक, प्रथम दृष्टया जेल में बंद कैदी के पास एक मोबाइल फोन है, जिसका इस्तेमाल वह धमकी भरे कॉल करने के लिए करता था. जेल प्रशासन ने आरोपी के पास से एक डायरी भी बरामद की है.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि खामला में गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में सुबह 11 बजकर 25 मिनट से दोपहर साढ़े 12 बजे के बीच तीन धमकी भरे फोन कॉल आए, जिसके बाद नागपुर से सांसद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता गडकरी के नागपुर स्थित आवास और कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
उन्होंने बताया, ‘‘कॉल करने वाले ने फोन ऑपरेटर से कहा कि वह डी गिरोह (यानी दाऊद इब्राहिम गिरोह) का सदस्य है और उसने गडकरी से 100 करोड़ रुपये की मांग की. उसने मांग नहीं माने जाने पर बम के जरिये मंत्री को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी.’’
अधिकारी के अनुसार, कॉल करने वाले ने पैसे पहुंचाने के लिए अपना फोन नंबर और कर्नाटक का पता दिया.
यह भी पढ़ेंः 3 कारण- सरकार क्यों भारत के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति दस्तावेज़ को लेकर असमंजस में है