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Monday, 17 June, 2024
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कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने संसद की सुरक्षा में चूक पर जताई हैरानी, निष्पक्ष जांच की मांग की

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बेंगलुरु, 13 दिसंबर (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को संसद के निचले सदन लोकसभा की सुरक्षा में चूक पर हैरानी जताते हुए इस घटना की निष्पक्ष जांच का आह्वान किया।

सिद्धरमैया ने इस घटना को सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक करार देते हुए कहा कि यह केंद्र सरकार, विशेष रूप से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कर्तव्य है कि वह इसकी निष्पक्ष जांच करें और घटना की पूरी जानकारी जनता के सामने रखें।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘संसद भवन पर हमला चौंकाने वाला और परेशान करने वाला है तथा मैं हिंसा के इस कृत्य की निंदा करता हूं। राहत की बात यह है कि संसद के सभी सदस्य सुरक्षित हैं। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद ऐसी घटना का होना वाकई चौंकाने वाला घटनाक्रम है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यदि हम ध्यान दें कि आज का हमला 22 साल पहले (13-12-2001) संसद पर हुए आतंकवादी हमले की बरसी के साथ मेल खाता है, तो संदेह पैदा होता है कि इसके पीछे अन्य उद्देश्य भी हो सकते हैं। यह उल्लेख करना जरूरी है कि 2001 में संसद पर हमले के दौरान भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार सत्ता में थी। इससे देश की सुरक्षा पर कई सवाल खड़े होते हैं।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि आज संसद भवन पर हमला करने वाले युवाओं को मैसुरु से लोकसभा सदस्य प्रताप सिन्हा ने पास उपलब्ध कराए थे।

लोकसभा की कार्यवाही के दौरान बुधवार को दर्शक दीर्घा से दो लोग अचानक सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिये धुआं फैला दिया। इसके तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया। सदन में दोपहर करीब एक बजे शून्यकाल के दौरान यह घटना घटी।

भाषा रवि कांत नेत्रपाल

नेत्रपाल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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