कुंदापुर, छह जून (भाषा) कर्नाटक के कुंदापुर में तीन दिन पहले अपने झुंड से बिछड़े जंगली हाथी को यहां वन विभाग के 150 कर्मियों की टीम ने बृहस्पतिवार शाम को पकड़ लिया, जिससे स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
कुंदापुर में सिद्धापुरा के आसपास के सीमावर्ती गांवों में पिछले तीन दिनों से दहशत फैला रहे जंगली हाथी को पकड़ने के लिए समन्वित अभियान में छह प्रशिक्षित पालतू हाथी और 150 सदस्यीय वन विभाग की टीम शामिल रही।
उडुपी की उपायुक्त डॉ. के. विद्याकुमारी ने बताया, “जनता को कोई नुकसान पहुंचाए बिना हाथी को सफलतापूर्वक पकड़ लिया गया। पूरे अभियान के दौरान प्रशासन और वन विभाग ने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर उपाय किये थे।”
वन विभाग ने बताया कि यह जंगली हाथी अपने झुंड से बिछड़ कर सिद्धापुरा कस्बे और आस-पास के इलाकों में भटक गया था, जिससे वह पूरे क्षेत्र में लगातार उत्पात मचा रहा था।
वन विभाग के मुताबिक, हाथी के उत्पात के कारण अधिकारियों को स्कूल और आंगनवाड़ी में छुट्टियों की घोषणा करनी पड़ी थी।
वन विभाग ने बताया कि अधिकारियों ने बृहस्पतिवार दोपहर ‘रेडियो कॉलर’ के इस्तेमाल से हाथी का पता लगाया और शाम साढ़े पांच बजे पशु चिकित्सकों की टीम ने उसे बेहोशी वाला इंजेक्शन देकर काबू किया।
कुद्रेमुख प्रभाग के सहायक वन संरक्षक शिवराम बाबू ने बताया, “150 कर्मियों, तीन पशु चिकित्सकों और छह पालतू हाथियों के समन्वित प्रयास के कारण यह अभियान सफल रहा। हाथी को अब सुरक्षित रूप से सकरेबाइल हाथी शिविर में स्थानांतरित कर दिया गया है।”
उडुपी के प्राशासनिक अधिकारियों ने सिद्धापुरा, होसंगडी, येडामोगे और कमलाशिले में स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी शुक्रवार को खोलने की पुष्टि की।
इन स्थानों पर पिछले दो दिनों से स्कूल-कॉलेज बंद थे।
भाषा, इन्दु जितेंद्र
जितेंद्र
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.