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Monday, 23 December, 2024
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सीएए प्रदर्शन : यूपी पुलिस ने कानपुर में 21 हजार से अधिक लोगों को बनाया आरोपी, 35 संदिग्धों के लगे पोस्टर

सीसीटीवी फुटेज से उपद्रवियों की फोटो निकालकर पुलिस ने संबंधित क्षेत्रों में पोस्टर चस्पा कराए हैं. इसमें 35 संदिग्ध लोगों की फोटो हैं, जो हिंसा भड़काते नजर आ रहे हैं.

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लखनऊ: कानपुर में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान बवाल में पुलिस ने अब तक 17 एफआईआर दर्ज की गईं हैं. बेकनगंज, कर्नलगंज और बाबूपुरवा थाने में हिंसा, आगजनी, हत्या का प्रयास व सरकारी संपत्ति का नुकसान करने की धारा में एफआईआर दर्ज हुईं हैं. अधिकतर एफआईआर धारा 144 के उल्लंघन की हुई हैं. सभी एफआईआर मिलाकर 21 हजार से अधिक आरोपी हैं. अब तक 11 आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं. 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. वहीं हजारों आरोपी अज्ञात हैं जिनकी पुलिस को तलाश है.

‘भाषण के बाद भड़की हिंसा’

एसएसपी आवंत देव का कहना है कि बीते शुक्रवार शहर की कुछ जगहों पर जुमे की नमाज के बाद भीड़ इकट्ठा हुई. इस दौरान उनको भाषण के जरिये हिंसा के लिए उकसाया गया. पुलिस भाषण देने वालों की तलाश कर रही है. कुछ लोगों ने पुलिस को इस संबंध में जानकारी दी है. पुलिस अब तक 11 आरोपियों को जेल भेज चुकी है. एसएसपी ने बताया कि प्रशासन ने नुकसान का आंकलन कर लिया है. लगभग बारह लाख रुपये का नुकसान हुआ है. एसएसपी ने बताया कि उग्र भीड़ ने जब पुलिसकर्मियों पर हमला किया, तब पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए हवाई फायरिंग की थी. एसएसपी के मुताबिक पुलिस ने बाबूपुरवा में चार राउंड हवाई फायरिंग की. जबकि उपद्रवियों से निपटने के लिए आंसू गैस के गोले, रबर बुलेट का इस्तेमाल किया गया. एसएसपी का कहना है कि बाबूपुरवा व यतीमखाना में उपद्रवियों ने तमंचों के साथ-साथ पिस्टल से भी गोलियां चलाईं हैं.


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35 संदिग्धों के फोटो चस्पा

सीसीटीवी फुटेज से उपद्रवियों की फोटो निकालकर पुलिस ने संबंधित क्षेत्रों में पोस्टर चस्पा कराए हैं. इसमें 35 संदिग्ध लोगों की फोटो हैं, जो हिंसा भड़काते नजर आ रहे हैं. पुलिस की ओर से चस्पा पोस्टरों में संदिग्धों की फोटो के साथ उनके बारे में जानकारी देने के लिए मोबाइल नंबर दिए गए हैं. साथ ही लिखा गया है कि सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा और उसे इनाम भी दिया जाएगा. इसके अलावा पुलिस ने बीते मंगलवार को कई लोगों को गिरफ्तार भी किया. पुलिस हिंसा के पीछे जिन-जिन उपद्रवियों का हाथ है, उन-उन को चिन्हित कर रही है.

कैमरे से मिले फुटेज

एडीजी प्रेमप्रकाश के मुताबिक 20 से 22 दिसंबर तक हुए बवाल की एक-एक रिकार्डिंग स्मार्ट सिटी के कैमरों में है.पुलिस टीम सेंटर में बैठकर यतीमखाना, परेड, बेगमपुरवा, जाजमऊ, बाबूपुरवा समेत आसपास क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में बवाल की रिकार्डिंग देख रही है.

पुलिस के मुताबिक, साक्ष्य जुटाकर उन पर कार्रवाई होगी. यह बात भी सामने आई है कि जुमे पर नमाज के बाद कुछ लोगों ने भाषण देकर भीड़ को भड़काया.


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एसएसपी अनंत देव ने बताया कि दोनों संगठनों के लोगों ने पहले ही हिंसा की साजिश रच ली थी. इसमें बाहरी लोग भी शामिल हैं. इन बाहरी लोगों को सर्विलांस, वीडियो फुटेज, फोटो व अन्य माध्यमों के जरिये पहचानने की कोशिश की जा रही है. शहर में दो दिन हुई हिंसा में दो दरोगा समेत कुल 42 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.

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