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Friday, 22 November, 2024
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कंझावला मामलाः पुलिस बोली- गाड़ी के नीचे फंसी थी बॉडी पर हत्या के लिए मकसद होना जरूरी

पुलिस ने बताया कि देर रात दो बजकर चार मिनट से दो बजकर 6 मिनट के बीच यह हादसा हुआ है. बॉडी को लगभग 10 से 12 किलोमीटर तक घसीटा गया.

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नई दिल्लीः सुल्तानपुरी कंझावला हत्याकांड मामले में दिल्ली पुलिस का अब नया बयान सामने आया है, जिसमें पुलिस का कहना है कि आरोपियों को मालूम था कि गाड़ी के नीच लड़की फंसी है.

पुलिस ने कहा कि झूठे बयान देने के आरोप में दो और आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है, जिनकी तलाश की जा रही है.

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी, सागर प्रीत हुड्डा ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ‘हमने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और हम उनसे पूछताछ कर रहे है. पूछताछ के दौरान, हमने पाया कि दो और लोग घटना में शामिल हैं.’

पुलिस ने कहा कि हमारी टीम छापेमारी कर रही है और हमने चश्मदीद गवाहों का बयान दर्ज किया है.

हुड्डा ने कहा, ‘आरोपियों और अंजलि में कोई पुरानी पहचान नहीं है. उन्होंने कहा कि मौके से अंजलि का मोबाइल बरामद नहीं हुआ.’


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पुलिस बदल रही अपने बयान

बता दें कि इस मामले में पुलिस लगातार अपने बयान बदल रही है.

दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, ‘दुर्घटना के समय पीड़िता की दोस्त नशे में थी और टक्कर मारने वाली कार में पांचों सवार लोग भी नशे में थे. उन्होंने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्हें पता नहीं चला कि शरीर कार के नीचे फंस गया था और बाद में अहसास हुआ कि शरीर कार से फंसा हुआ है.’

पुलिस ने बुधवार को कहा, ‘आरोपियों को पता था कि गाड़ी में बॉडी फंसी है. गाड़ी चालक अमित के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था. क्राइम स्पॉट की गहन जांच की गई है.’

वहीं, पीड़िता की दोस्त ने मंगलवार को कहा, ‘हमारे बीच इस बात पर बहस हुई थी कि स्कूटी कौन चलाएगा. एक्सीडेंट के समय, मैं काफी डर गई थी और समझ नहीं पा रही था कि क्या करूं, इसलिए मैंने पुलिस को फोन नहीं किया और घर वापस चली गई. कार तेज रफ्तार में थी और हमारी स्कूटी को टक्कर मार दी. अंजलि कार के नीचे फंस गई. मैं दूसरी तरफ गिर पड़ी थी. मुझे लगता है कि उन लोगों ने जानबूझकर उसे घसीटा.’

पुलिस ने बताया, ‘देर रात दो बजकर चार मिनट से दो बजकर 6 मिनट के बीच यह हादसा हुआ है. बॉडी को लगभग 10 से 12 किलोमीटर तक घसीटा गया.’

स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने कहा, ‘रिपोर्ट के मुताबिक रेप और यौन उत्पीड़न का कोई निशान नहीं मिला है.’

दिप्रिंट को मिली जानकारी के मुताबिक, ‘दिल्ली में नए साल के शुरुआती घंटों में 20-वर्षीय अंजलि सिंह के स्कूटर को टक्कर मारने और उसे कई किलोमीटर तक घसीटने के कुछ मिनट बाद एक पीसीआर वैन को बलेनो कार के पीछे देखा गया था.’

सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि पीसीआर वैन बलेनो से करीब 50-100 मीटर पीछे थी. दिप्रिंट को मिले सीसीटीवी फुटेज में बलेनो के पीछे पीसीआर भी दिख रही थी.

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने दिप्रिंट से पुष्टि की कि जब यह पीसीआर वैन बलेनो के पीछे थी, तो कर्मचारी वाहन के नीचे फंसी महिला को नोटिस करने में विफल रहे.

नाम न बताने की शर्त पर दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि पीसीआर वैन उसी इलाके में गुंडागर्दी की एक शिकायत की जांच करने गई थी.

स्पेशल पुलिस कमिश्नर ने कहा, ‘मामले को लेकर हमारी लीगल विशेषज्ञों से बातचीत जारी है. अभी फाइलन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है.’

उन्होंने कहा, ‘हम पुलिस पीसीआर प्रतिक्रिया में देरी की आंतरिक जांच भी कर रहे हैं। अगर कोई मानवीय त्रुटि पाई जाती है तो जिम्मेदारों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.’

उन्होंने कहा, ‘पुलिस मामले में मजबूत चार्जशीट बनाएगी. पुलिस की 18 टीम मामले में जांच कर रही है.’

हालांकि, पुलिस का कहना है कि आरोपियों के बयान में विरोधाभास है.आरोपियों को कोर्ट में पेश करके रिमांड की मांग की जाएगी.’

अंजलि की मौत के मामले में गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस को इस केस की एक विस्तृत रिपोर्ट तुरंत देने का आदेश दिया है.

इस मामले में गृहमंत्री (एमएचए) ने दिल्ली पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी आईपीएस शालिनी सिंह को व्यापक रिपोर्ट तैयार करने को कहा है.

पुलिस ने कहा, ‘हत्या की धारा लगाना पुलिस का काम है. हत्या के लिए मकसद होना बहुत जरूरी है.’


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