पुणे, 29 अप्रैल (भाषा) दिल्ली की एक अदालत द्वारा राष्ट्रमंडल खेल से संबंधित कथित धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की क्लोजर रिपोर्ट स्वीकार किये जाने के एक दिन बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के एक धड़े ने यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश कलमाडी के आवास के बाहर जश्न मनाया और मिठाईयां बांटी।
हालांकि अदालत के फैसले पर कलमाडी या उनके परिवार के सदस्यों की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन उनके समर्थकों ने कहा कि अदालत द्वारा क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार किए जाने से पता चलता है कि कलमाडी किसी गलत काम में शामिल नहीं थे।
दिल्ली की एक अदालत ने 13 वर्ष पुराने एक मामले का सोमवार को पटाक्षेप करते हुए 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति के पूर्व प्रमुख सुरेश कलमाडी और तत्कालीन महासचिव ललित भनोट तथा अन्य के खिलाफ धनशोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ‘क्लोजर रिपोर्ट’ स्वीकार कर ली।
रिपोर्ट को स्वीकार किए जाने से 15 वर्ष पहले हुए कथित घोटाले में धनशोधन का पहलू समाप्त हो गया है।
साल 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों (सीडब्ल्यूजी) के आयोजन में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर देश में भारी राजनीतिक हंगामा हुआ, जिसके परिणामस्वरूप वर्तमान मामले सहित कई आपराधिक और धन शोधन के मामले दर्ज किए गए थे।
कलमाडी और अन्य पर खेलों के लिए दो महत्वपूर्ण अनुबंधों के आवंटन और निष्पादन में कदाचार का आरोप लगाया गया था।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं और कलमाडी के समर्थकों का एक वर्ग कार्वे रोड स्थित उनके घर के बाहर एकत्र हुआ और मिठाई बांटकर अदालत के फैसले का जश्न मनाया।
कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने कहा, ‘‘सरकार कलमाडीजी के खिलाफ अदालत में विश्वसनीय सबूत पेश नहीं कर सकी। भाजपा, सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे, लेकिन कल अदालत ने कलमाडी जी को क्लीन चिट दे दी।’’
पुणे के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कलमाडी के करीबी सहयोगी अभय छाजेड ने कहा कि हालांकि इसमें लंबा समय लगा, लेकिन आखिरकार सच्चाई सामने आ ही गई।
पुणे से पूर्व लोकसभा सदस्य और पूर्व रेल राज्य मंत्री कलमाडी के करीबी सूत्रों ने बताया कि स्वास्थ्य कारणों से वह चलने-फिरने की स्थिति में नहीं हैं।
भाषा रंजन पवनेश
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