अमरावती, 14 जून (भाषा) पूर्व विधायक और प्रहार जनशक्ति पार्टी के संस्थापक बच्चू कडू ने किसानों की ऋण माफी और दिव्यांगों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता राशि में वृद्धि की उनकी मांगों पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री उदय सामंत से आश्वासन मिलने के बाद शनिवार को यहां अपना अनशन समाप्त कर दिया।
कडू पिछले सात दिनों से महाराष्ट्र के किसानों के लिए पूर्ण ऋण माफी और दिव्यांगजनों के लिए 6000 रुपये प्रति माह सहायता की मांग को लेकर यहां तेओसा तालुका के गुरुकुंज मोजारी में अनशन पर थे।
सामंत ने कडू से मुलाकात की और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले का लिखा एक पत्र पढ़ा, जिसमें कृषि ऋण माफी की मांग पर काम करने के लिए 15 दिनों के भीतर एक उच्च स्तरीय समिति के गठन का विवरण दिया गया था।
उन्होंने यह भी कहा कि फसलों पर नए ऋण देने और पिछले ऋणों की वसूली स्थगित करने पर निर्णय लेने के लिए तत्काल एक बैठक आयोजित की जाएगी।
सामंत ने कहा कि 30 जून को पूरक बजट में दिव्यांगों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता में वृद्धि का प्रावधान किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के छह मंत्री पहले ही कडू से मिल चुके हैं और सभी मांगों को पूरी करने के लिए आने वाले दिनों में उनके साथ बैठकें की जाएंगी।
सामंत ने कहा, “मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार की ओर से मैंने कडू से अपना अनशन वापस लेने का अनुरोध किया। सरकार उनकी मांगों पर चर्चा करने के लिए तैयार है। इसके अलावा, हम उनके और उनके समर्थकों के स्वास्थ्य को खराब नहीं होने दे सकते।”
कडू ने प्रदर्शन स्थल पर एक सभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि फडणवीस और पवार पहले कृषि ऋण माफी के बारे में बात नहीं कर रहे थे लेकिन उनके आंदोलन के बाद ऐसा कर रहे हैं।
कडू ने कहा कि सरकार को दो अक्टूबर तक कृषि ऋण माफी की तारीख की घोषणा करनी होगी नहीं तो वह फिर से आंदोलन शुरू करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह केवल अपना आंदोलन स्थगित कर रहे हैं, न कि इसे समाप्त कर रहे हैं।
बावनकुले ने शुक्रवार को कडू से मुलाकात की और फडणवीस की कडू से फोन पर बात कराई।
भाषा जितेंद्र रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.