नई दिल्ली: हैदाराबाद गैंगरैप आरोपियों के एनकाउंटर के मामले में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस शरद अरविंद बोबडे का एक बयान सामने आया है. शनिवार दोपहर को जोधपुर में एक कार्यक्रम के दौरान सीजेआई ने हैदराबाद गैंगरेप के आरोपियों के एनकाउंटर में मारे जाने की घटना की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि न्याय कभी भी आनन-फानन में कभी नहीं किया जाना चाहिए. अगर न्याय बदले की भावना से किया जाए तो अपना मूल चरित्र खो देता है.
#WATCH: Chief Justice of India (CJI) Sharad Arvind Bobde: I don't think justice can ever be or ought to be instant. And justice must never ever take the form of revenge. I believe justice loses its character of justice if it becomes a revenge. pic.twitter.com/oKIHKecHqt
— ANI (@ANI) December 7, 2019
जोधपुर में राजस्थान हाईकोर्ट की नए भवन के उद्घाटन सामारोह के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएजेआई ने कहा देश में हाल की घटनाओं ने जोश के साथ पुरानी बहस छेड़ दी है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि आपराधिक न्याय प्रणाली को अपनी स्थिति और लापरवाही के प्रति अपने दृष्टिकोण और रवैये पर पुनर्विचार करना चाहिए और अंतिम समय तक अपराध का निपटारा कानून के तहत ही करना चाहिए.
Chief Justice of India Sharad Arvind Bobde in Jodhpur: ..but, I don't think justice can ever be or ought to be instant. And justice must never ever take the form of revenge. I believe justice loses its character of justice if it becomes a revenge. (2/2) https://t.co/BireFyteKU
— ANI (@ANI) December 7, 2019
गौरतलब है कि बीते माह 18 नवंबर को जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े ने देश के 47 वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली थी. सीजेआई अयोध्या रामजन्मभूमि- बाबरी मस्जिद जमीनी विवाद मामले में फैसला देने वाले पांच जजों के संविधान पीठ में शामिल रहे हैं.