(अश्विनी श्रीवास्तव)
नयी दिल्ली, 27 मई (भाषा) लोकपाल प्रमुख के रूप में न्यायमूर्ति पिनाकी चंद्र घोष का कार्यकाल शुक्रवार को पूरा हो गया। एक अधिकारी ने बताया कि लोकपाल के न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार मोहंती को लोकपाल के अध्यक्ष पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
लोकपाल का नेतृत्व एक अध्यक्ष करता है और इसमें आठ सदस्य चार न्यायिक और शेष गैर-न्यायिक हो सकते हैं।
वर्तमान में लोकपाल में छह सदस्य हैं। न्यायिक सदस्यों के दो पद, दो साल से अधिक समय से रिक्त पड़े हैं।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘न्यायमूर्ति घोष ने आज अपना कार्यकाल पूरा कर लिया है। न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार मोहंती को लोकपाल के अध्यक्ष के पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।’’
लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम को 2013 में पारित किया गया था।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 23 मार्च, 2019 को न्यायमूर्ति घोष को लोकपाल अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाई थी।
एक लोकपाल प्रमुख और सदस्यों को पांच साल की अवधि के लिए या 70 वर्ष की आयु पूरी होने तक नियुक्त किया जाता है।
अधिकारी ने बताया कि न्यायमूर्ति घोष का जन्म 28 मई 1952 को हुआ था और 70 साल की उम्र पूरी होने के बाद लोकपाल प्रमुख के रूप में उनका कार्यकाल पूरा हो गया।
सूचना का अधिकार (आरटीआई) के जवाब के अनुसार, लोकपाल को अप्रैल 2021 और 31 जनवरी, 2022 के बीच भ्रष्टाचार की कुल 4,244 शिकायतें मिली थीं, जो 2020-21 से 80 प्रतिशत अधिक हैं।
लोकपाल को 2019-20 के दौरान 1,427 शिकायतें मिली थीं।
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.