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सोमवार, 5 मई, 2025
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अमरनाथ यात्रियों पर हमले की साजिश नाकाम, गृह विभाग की पर्यटकों को कश्मीर छोड़ने की चेतावनी

जम्मू कश्मीर में आतंकियों के घुसपैठ पर आज श्रीनगर में सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.

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नई दिल्ली : अमरनाथ यात्रियों पर हमले की एक बड़ी साजिश को सुरक्षा बलों ने नाकाम किया है. जम्मू-कश्मीर में चिनार कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल केजीएस ढिल्लन और जम्मू कश्मीर डीजीपी दिलबाग सिंह ने सांझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है. वहीं जम्मू कश्मीर सरकार के गृह विभाग ने यात्रियों पर बड़े आतंकी हमले की आशंका में एक दिशा-निर्देश जारी किया है और यात्रियों को जल्द वापस जाने को कहा है.

वहीं राज्य बीजेपी अध्यक्ष रविंंद्र रैना ने कहा है कि यात्रियों के लिए कोई चिंता की बात नहीं है. यह 15 अगस्त तक जारी रहेगी. पर चेतावनी का पालन किया जाना चाहिए.

 

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जम्मू-कश्मीर सरकार के सिविल सेक्रेटिएट होम डिपार्टमेंट द्वारा जारी किया गया पत्र.

इसे यात्रियों पर एक बड़े आतंकी हमले की आशंका और उनकी सुरक्षा को लेकर जारी किया गया है.

रविंद्र रैना, बीजेपी जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष ने कहा, ‘अमरनाथ यात्रा तय कार्यक्रम के अनुसार 15 अगस्त तक जारी रहेगी. मजबूत सुरक्षा उपाय पहले से हैं और भय का कोई माहौल नहीं है. सभी यात्री पवित्र मंदिर की यात्रा कर सकते हैं लेकिन गृह विभाग द्वारा जारी की गई सलाह का पालन किया जाना चाहिए.

चिनार कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल केजीएस ढिल्लन ने कहा, ‘एलओसी पर स्थिति सामान्य है. पाकिस्तान से घुसपैठ को विफल किया जा रहा है. ढिल्लन ने कहा कि आईईडी विस्फोट की हम जांच कर रहे हैं. पाकिस्तान कश्मीर में शांति को बाधित करने की कोशिश कर रहा है. हम कश्मीर के ‘आवाम’ को आश्वस्त करते हैं कि किसी को भी शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. पाकिस्तान सेना कश्मीर में आतंकवाद में शामिल है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’

लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने यह भी बताया कि अमरनाथ मार्ग पर एक दूरबीन के साथ एम-24 अमेरिकी स्नाइपर राइफल भी बरामद हुई है.

इसके अलावा जम्मू कश्मीर डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा, ‘घाटी और जम्मू क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादियों की कुल संख्या में कमी आई है.’

केजेएस ढिल्लन ने कहा, ‘हमने कश्मीर में आतंकवाद का गहन विश्लेषण किया था. 83 प्रतिशत स्थानीय लोग जो हथियार उठाते हैं, उनका पथराव का रिकॉर्ड है. मैं सभी माताओं से अनुरोध करता हूं, अगर आज आपका बच्चा 500 रुपये के लिए सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकता है, तो वह कल आतंकवादी बनेगा.’

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कान्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी पत्र को ट्वीट करते हुए कहा है,  ‘गंभीरता से? आपको लगता है कि पर्यटकों को तुरंत वापस जाने के लिए कहने वाला एक आधिकारिक आदेश उन्हें घाटी से उतनी तेजी से नहीं चलने देगा कि जितनी तेजी से वे चल सकते हैं? इस आदेश को देखने के बाद कौन सा पर्यटक यहां घूमेगा. इससे हवाई अड्डे और राजमार्ग पर परेशानी खड़ी होगी.’

 

 

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