वाशिंगटन/नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने निम्न और मध्यम आय वाले देशों को समर्थन देने के लिए विश्व बैंक की क्षमता को बढ़ावा देने पर जोर दिया है. व्हाइट हाउस ने शनिवार को एक बयान में घोषणा की कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन विश्व बैंक को “पुनर्आकार देने और बढ़ाने” के लिए जी20 भागीदारों के साथ एक “बड़ी नई पहल” का नेतृत्व कर रहे हैं.
बयान में कहा गया है, “राष्ट्रपति बाइडेन गरीबी कम करने व समावेशी आर्थिक विकास को अधिक प्रभावी बनाने के लिए विश्व बैंक को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के लिए जी20 भागीदारों के साथ एक बड़ी नई पहल का नेतृत्व कर रहे हैं – साथ ही उन वैश्विक चुनौतियों का बेहतर समाधान कर रहे हैं जो इन लक्ष्यों को पाने को कमजोर कर सकती हैं.”
इसमें आगे कहा गया है कि बाइडेन-हैरिस (अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस) प्रशासन ने सबसे पहले पिछले सर्दी (शरद ऋतु 2022) में विश्व बैंक को नया आकार देने की पहल शुरू की थी, और तब से “महत्वपूर्ण प्रगति” हुई है.
बयान में आगे कहा गया है, “जी20 की कैपिटल एडेक्वेसी समीक्षा के तहत कार्यान्वित और पहचाने गए उपायों के साथ, बहुपक्षीय विकास बैंक प्रणाली अगले दशक में 200 अरब डॉलर की नई उधार क्षमता का रास्ता खोल सकती है.”
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जून में विश्व बैंक समूह के नए अध्यक्ष अजय बंगा ने देशों पर पूंजी बढ़ाने का दबाव डालने से पहले एक “बेहतर बैंक” का आह्वान किया था. बंगा एक कदम आगे बढ़े, उन्होंने “रहने योग्य प्लानेट पर” गरीबी को खत्म करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए समूह के मिशन वक्तव्य में संशोधन की मांग की, जिससे जलवायु परिवर्तन को शामिल करने के लिए इसकी विस्तारित भूमिका जोड़ी जा सके.
विश्व बैंक की वेबसाइट के अनुसार, समूह का वर्तमान मिशन वक्तव्य है: “एक पीढ़ी के भीतर अति गरीबी को समाप्त करें और साझा समृद्धि को बढ़ावा दें.”
एमडीबी विश्व बैंक का समूह और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान है जो बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) का सुधार- भारत की अध्यक्षता में जी20 के लक्ष्यों में से एक रहा है. जी20 नई दिल्ली नेताओं की घोषणा, जिसे शनिवार को अपनाया गया, में इसी का एक सबचैप्टर है.
व्हाइट हाउस ने शनिवार को कहा कि बाइडन ने सामूहिक रूप से अधिक गुंजाइश और रियायती वित्त जुटाने के लिए जी20 देशों को एकजुट किया.
जी20 में शामिल होने के लिए बाइडेन दिल्ली में
बाइडन 9-10 सितंबर को भारत द्वारा आयोजित वार्षिक जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए नयी दिल्ली में हैं.
व्हाइट हाउस ने एक प्रेस बयान में कहा, ”हम अपने संयुक्त योगदान से आईबीआरडी (पुनर्निर्माण और विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय बैंक) को विश्व बैंक की वार्षिक गैर-रियायती ऋण मात्रा के तीन गुना के बराबर एकमुश्त समर्थन देने और आईडीए की संकटकालीन ऋण क्षमता को दोगुना करने का लक्ष्य रख रहे हैं.”
बयान में कहा गया कि यह पहल विश्व बैंक को एक मजबूत संस्था बनाएगी, जो वैश्विक चुनौतियों से निपटने और सबसे गरीब देशों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने में सक्षम होगी.
(दिप्रिंट के केशव पद्मनाभन के इनपुट्स के साथ)
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