नयी दिल्ली, 16 जनवरी (भाषा) जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने आधिकारिक रूप से छात्र संघ को अधिसूचित नहीं किया है, क्योंकि इस बाबत मामला अदालत के समक्ष विचाराधीन हैं।
कुलपति शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित ने मंगलवार को कहा कि प्रशासन लिंगदोह समिति के दिशानिर्देशों के तहत छात्रसंघ चुनाव कराने को प्रतिबद्ध है।
जेएनयूएसयू ने सोमवार को घोषणा की थी वह छात्रसंघ चुनाव में देरी के खिलाफ डीन ऑफ स्टूडेंट्स कार्यालय (डीओएस) के समाने प्रदर्शन करेगा जिसके विश्वविद्यालय का यह बयान आया है। जेएनयूएसयू का आखिरी बार चुनाव 2019 में कराया गया था।
जेएनयू प्रशासन और छात्र संघ 2019 से ही जेएनयूएसयू की मान्यता को लेकर आमने-सामने हैं। तब प्रशासन ने चुनाव परिणामों में तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए छात्रसंघ को आधिकारिक तौर पर अधिसूचित करने से इनकार कर दिया था।
छात्र संघ ने चुनाव की तारीखों की तुरंत घोषणा करने की मांग को लेकर 17 जनवरी को डीओएस कार्यालय का ‘घेराव’ करने का आह्वान किया है।
पंडित ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ छात्रसंघ चुनाव नहीं रुकेंगे, हमें लिंगदोह कमेटी द्वारा तय दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।’’
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में वर्तमान में कोई आधिकारिक रूप से अधिसूचित छात्र संघ नहीं है क्योंकि मामला अदालत में विचाराधीन है।
लिंगदोह समिति की सिफारिशों के अनुसार, छात्र संघ चुनाव सेमेस्टर शुरू होने के छह से आठ सप्ताह के भीतर कराए जाने चाहिए। वर्तमान में जेएनयू में पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया चल रही है और फरवरी के पहले सप्ताह तक इसके जारी रहने की उम्मीद है। प्रवेश प्रक्रिया में देरी स्नातक और स्नातकोत्तर परीक्षाओं के कारण हुई है।
भाषा धीरज नोमान
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