नयी दिल्ली, छह अप्रैल (भाषा) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में शनिवार को छात्र संघ ने एक वेब सीरीज की शूटिंग का विरोध करते हुए उसे बाधित कर दिया।
हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि उसने परिसर में शूटिंग की अनुमति दे दी है। ‘भारत में आपातकाल’ विषय पर बन रही एक वेब सीरीज की इस समय जेएनयू परिसर में शूटिंग चल रही है।
जेएनयू छात्र संघ ने विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखकर परिसर में प्रशासनिक ब्लॉक के पास हो रही एक फिल्म की शूटिंग का विरोध किया है। छात्र संघ ने फिल्म की शूटिंग का विरोध करते हुए इसे विश्वविद्यालय क्षेत्र का व्यावसायीकरण करार दिया है और यह जानने की मांग की कि जब छात्रों को वहां विरोध करने से रोक दिया गया है तो प्रशासनिक ब्लॉक में फिल्म बनाने की अनुमति क्यों दी गई।
जेएनयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि भारत में आपातकाल की अवधि पर बन रही एक वेब सीरीज की शूटिंग के लिए टीम के करीब 500 सदस्य पिछले दो दिनों से परिसर में तैनात हैं।
जेएनयू के अधिकारी ने कहा, ‘‘ छात्र संघ ने अवैध रूप से शूटिंग में बाधा डाली है और फिल्म निर्देशक सुधीर मिश्रा को जेएनयू परिसर से बाहर निकालने की भी कोशिश की है। फिल्म निर्देशक ने भारत में आपातकाल की अवधि पर बन रही एक वेब सीरीज की शूटिंग के लिए जेएनयू प्रशासन से उचित अनुमति ली है। ’’
वेब सीरीज की निर्माण टीम के एक सदस्य प्रोडक्शन मैनेजर अमर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘जब हम प्रशासन ब्लॉक के पास सीरीज के एक दृश्य का फिल्मांकन कर रहे थे तो छात्रों का एक बड़ा समूह इकट्ठा हो गया और व्यवधान डालने लगा। उन्होंने निर्देशक सुधीर मिश्रा के साथ मारपीट भी की और हमारी टीम के खिलाफ अपशब्द कहे। हमें शूटिंग रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा।’’
सुधीर मिश्रा ने इस घटना को लेकर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
प्रोडक्शन मैनेजर के अनुसार, निर्देशक ने विरोध करने वाले छात्रों के साथ बातचीत करने और उन्हें समझाने की कोशिश की कि वेब सीरीज विश्वविद्यालय के खिलाफ नहीं है। हालांकि, छात्र शूटिंग में बाधा डालते रहे।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के अध्यक्ष धनंजय ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा, ‘‘ हम वेब सीरीज या उसकी टीम के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन, हम विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी तरह का व्यावसायीकरण नहीं होने देंगे। ’’
धनंजय ने प्रशासन से शूटिंग की इजाजत देने के लिए लिए गए पैसे लौटाने की मांग भी की।
इससे पहले, छात्र संघ ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की कुलपति शांतिश्री डी पंडित को भेजे एक ई-मेल में यह जानने की मांग की कि प्रशासनिक ब्लॉक के 100 मीटर के दायरे में शूटिंग की अनुमति क्यों दी गई, जबकि छात्रों को विरोध प्रदर्शन करने के लिए क्षेत्र में प्रवेश करने से रोक दिया गया है।
छात्र संघ ने ई-मेल में कहा, ‘‘हमें पता चला कि प्रशासनिक ब्लॉक में सुधीर मिश्रा की एक फिल्म की शूटिंग हो रही है। यह जानना भयावह है कि यह वही जगह है जहां छात्रों को अपनी उचित मांगों को उठाने के लिए इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है। हम अपने विश्वविद्यालय परिसर के व्यावसायीकरण का विरोध करते रहे हैं। यह एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है और इस स्थान का उपयोग किसी भी प्रकार के व्यावसायिक उद्देश्य के लिए नहीं किया जाना चाहिए।’’
छात्रों के संगठन ने यह जानने की मांग की कि फिल्म की टीम को शूटिंग के लिए छात्रों को इकट्ठा करने की अनुमति क्यों दी गई, उनका दावा था कि फिल्म की शूटिंग में छात्रों को शामिल किया जा रहा था।
छात्र संगठन ने शूटिंग के लिए प्रशासन से पैसों के लेन-देन का ब्यौरा भी जानने की मांग की।
भाषा रवि कांत माधव
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