नयी दिल्ली, 22 जनवरी (भाषा) दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने शनिवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को परिसर में छेड़छाड़ की एक घटना के सिलसिले में नोटिस जारी किया और इस मुद्दे पर की गई कार्रवाई का ब्यौरा मांगा। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
आयोग ने जेएनयू के रजिस्ट्रार को कार्रवाई रिपोर्ट का ब्यौरा मुहैया कराने के लिए पांच दिनों का समय दिया है।
डीसीडब्ल्यू ने नोटिस में कहा कि छेड़छाड़ की इस घटना को लेकर जेएनयू में प्रदर्शन हो रहे हैं और शिक्षक एवं विद्यार्थी छात्राओं के खिलाफ यौन अपराध रोकने के लिए विश्वविद्यालय से कड़ा कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
डीसीडब्ल्यू ने बयान जारी कर कहा कि उसने मीडिया में आई खबरों का स्वत: संज्ञान लेते हुए जेएनयू के रजिस्ट्रार को नोटिस जारी किया है।
विद्यार्थी जीएससीएएसएच (यौन उत्पीड़न के विरूद्ध लैंगिक संवेदनशीलन समिति) को बहाल करने की मांग कर रहे हैं।
बयान में कहा गया है कि पहले विश्वविद्यालय में यौन उत्पीड़न की शिकायतों से निपटने के लिए जीएससीएएसएच थी लेकिन 2017 में उसे खत्म कर दिया गया और उसके स्थान पर कानूनी क्षेत्राधिकार वाली अंदरूनी शिकायत समिति बनायी गयी।
आयोग ने कहा कि खत्म कर दिया गया जीएससीएएसएच में विद्यार्थियों एवं अध्यापकों का उपयुक्त प्रतिनिधित्व था और वह विश्वविद्यालय की वर्तमान समिति की तुलना में यौन उत्पीड़न के मामलों के निपटान में प्रभावी था।
छेड़छाड़ की घटना 17 जनवरी की रात को आर्यभट्ट रोड पर पीएचडी की छात्रा से हुई थी। छात्रा जब परिसर के अंदर टहल रही थी तो एक व्यक्ति ने उससे कथित तौर पर बलात्कार का प्रयास किया लेकिन उसने शोरगुल मचा दिया जिसके बाद हमलावर उसका फोन छीनकर वहां से फरार हो गया।
भाषा नीरज नीरज राजकुमार उमा
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