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Wednesday, 16 July, 2025
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जेएनयू लचित बड़फूकन, चोल वंश को समर्पित केंद्र स्थापित करने के लिए इच्छुक है: पंडित

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नयी दिल्ली, 18 अक्टूबर (भाषा) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की कुलपति शांतिश्री डी. पंडित ने शुक्रवार को कहा कि यदि धन उपलब्ध कराया जाये तो यह विश्वविद्यालय असमिया योद्धा लचित बड़फूकन और चोल वंश को समर्पित केंद्र स्थापित करने के लिए इच्छुक है तथा मराठा योद्धा शिवाजी महाराज के नाम पर पहले ही उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जा चुका है।

पंडित ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा कि जेएनयू को छत्रपति शिवाजी को समर्पित एक केंद्र स्थापित करने के लिए महाराष्ट्र सरकार से 10 करोड़ रुपये का वित्त पोषण मिला है।

उन्होंने कहा कि प्रस्तावित पाठ्यक्रम की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए विश्वविद्यालय और महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों के बीच कई बैठकें हुईं।

पंडित ने कहा कि शिवाजी एक राष्ट्रीय नायक हैं और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उनके बारे में पढ़ाना आवश्यक है।

उन्होंने कहा, ‘‘विकसित भारत 2047 के लिए देश को विमर्शों की आवश्यकता है। आजकल जब हम रणनीतिक विचार पढ़ाते हैं तो हम केवल कौटिल्य तक ही पढ़ाते हैं। इसके अलावा, देशभर के विभिन्न राज्यों की प्रथाओं को सिखाना आवश्यक है।’’

परिसर में इसी तरह के केंद्रों के विस्तार के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘हम तैयार हैं, चाहे कोई भी हो… अगर असम सरकार हमें कुछ धनराशि दे तो हम बड़फूकन (लचित बड़फूकन) को समर्पित केंद्र स्थापित करने के लिए भी काम करेंगे। राजेंद्र चोल के संबंध में भी हम काम करना चाहते हैं… खासकर दक्षिण पूर्व एशिया में उनके नौसैनिक अभियान पर।’’

उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल, हम कुछ राज्यों (असम और तमिलनाडु) की सरकारों से संपर्क कर इस प्रस्ताव को प्रस्तुत करने और इसके लिए धन जुटाने की योजना बना रहे हैं।’’

भाषा देवेंद्र रंजन

रंजन

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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