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Tuesday, 25 June, 2024
होमदेशजेएलएफ 1 से 5 फरवरी तक ; ब्रायन कात्लोस, आनंद नीलकंठन,बेन ममाकिन्त्रे समेत 25 वक्ताओं की पहली सूची जारी

जेएलएफ 1 से 5 फरवरी तक ; ब्रायन कात्लोस, आनंद नीलकंठन,बेन ममाकिन्त्रे समेत 25 वक्ताओं की पहली सूची जारी

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नयी दिल्ली, 26 सितंबर(भाषा) जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 17वें संस्करण का आयोजन अगले साल एक से पांच फरवरी तक जयपुर में किया जाएगा और भारतीय साहित्य के साथ ही इस बार भाषाओं का वैविध्य विशेष रूप से उत्सव के केंद्र में रहेगा ।

‘धरती पर सबसे बड़ा साहित्य उत्सव’ कहे जाने वाले जेएलएफ के 17वें संस्करण को लेकर मंगलवार को 35 वक्ताओं की पहली सूची जारी की गई ।

इस संबंध में यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 17वें संस्करण का केंद्र भारतीय साहित्य और भाषाओँ के वैविध्य पर रहेगा । कई जाने-माने लेखक इस संस्करण का हिस्सा बनेंगे जिनमें प्रमुख असमी लेखिका अनुराधा शर्मा पुजारी, तमिल और मलयालम के लेखक बी. जयमोहन, मशहूर लेखक आनंद नीलकंठन और कल्पना रैना प्रमुख हैं। अंतरराष्ट्रीय लेखकों में पुरस्कृत इतिहासकार मैरी बियर्ड, यात्रा लेखक कोलिन थुब्रों और अनुवादक टॉम हॉलैंड फेस्टिवल में अपने विचार व्यक्त करेंगे। ”

इनके साथ ही वक्ताओं की पहली सूची में पुरस्कृत ब्रिटिश पत्रकार और ‘सुपीरियर: द रिटर्न ऑफ़ रेस साइंस’ सहित चार किताबों की लेखिका एंजेला सैनी, प्रमुख भारतीय कला इतिहासकार, अकादमिक और लेखक बी.एन. गोस्वामी, पुरस्कृत लेखक और अकादमिक ब्रायन ए. कात्लोस, पुरस्कृत नाटककार, लेखिका और ब्रॉडवे एक्ट्रेस कैथरीन एन जोन्स, पुरस्कृत ऑस्ट्रेलियाई इतिहासकार, लेखिका, प्रसारणकर्ता क्लेयर राइट, ‘क्वाटरलाइफ’ की नवोदित उपन्यासकार देविका रेगे, ‘द हीट विल किल यू फर्स्ट’ के कामयाब अमेरिकी लेखक जेरी ब्रोटन और कश्मीर में जन्मी तथा न्यूयॉर्क में रहने वाली लेखिका और अनुवादक कल्पना रैना, साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित उपन्यास ‘मिलजुल मन’ की लेखिका मृदुला गर्ग, भारतीय पत्रकार और उपन्यासकार राज कमल झा को भी शामिल किया गया है।

जेएलएफ समारोह की आयोजक टीमवर्क आर्ट्स की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, वर्ष 2024 में इस प्रमुख साहित्य महोत्सव के 17 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। जेएलएफ का आयोजन एक से पांच फरवरी तक जयपुर के प्रसिद्ध ‘क्लार्क ’ होटल में किया जाएगा।

जेएलएफ 2024 में विविध भारतीय भाषाएं वैश्विक मंच पर अपनी कहानी, अपनी संस्कृति को बयां करेंगी। महोत्सव में असमी, हिन्दी, कन्नड़, कश्मीरी, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, उर्दू सहित कई अन्य भाषाओँ की उपस्थिति रहेगी|

पांच दिवसीय इस साहित्य उत्सव में, चार मंचों पर, 300 से अधिक वक्ता अपने विचार व्यक्त करेंगे|

लेखिका, प्रकाशक और जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की सह निदेशक नमिता गोखले ने कहा, ‘‘जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का 2024 संस्करण दुनिया भर के पाठकों के लिए विचारों, किताबों और लेखकों का एक प्रत्यक्ष पुस्तकालय होगा। ’’

टीमवर्क आर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर, और जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के प्रोडूसर, संजॉय के. रॉय ने कहा, “जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 17वें संस्करण का केंद्र इंडियन लिटरेचर और भाषाओँ के वैविध्य पर रहेगा।

उन्होंने कहा कि हर बार की तरह ही संगीत और लोक कलाएं भी जेएलएफ का मुख्य आकर्षण होंगी।

भाषा नरेश

नरेश माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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