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Saturday, 21 December, 2024
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जियो-गूगल लाने वाला है सबसे किफायती 4G स्मार्टफोन ‘जियोफोन नेक्स्ट’, नए फीचर्स से होगा लैस

अंबानी ने आरआईएल की 44वीं सालाना जनरल मीटिंग में रिलायंस जियो और गूगल की साझेदारी में बने नए स्मार्टफोन जियोफोन - नेक्स्ट की घोषणा की. नया स्मार्टफोन जियो और गूगल के फीचर्स और ऐप से लैस होगा.

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नई दिल्लीः रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को कहा कि गूगल, जियो द्वारा संयुक्त रूप से विकसित जियोफोन ‘नेक्स्ट’ 10 सितंबर से बाजार में उपलब्ध होगा, जो वैश्विक स्तर पर सबसे किफायती स्मार्टफोन होगा.

अंबानी ने आरआईएल की 44वीं सालाना आमसभा में रिलायंस जियो और गूगल की साझेदारी में बने नए स्मार्टफोन जियोफोन – नेक्स्ट की घोषणा की. नया स्मार्टफोन जियो और गूगल के फीचर्स और ऐप से लैस होगा.

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक अंबानी ने कहा, ‘नया स्मार्टफोन बेहद किफायती होगा और 10 सितंबर यानी गणेश चतुर्थी से बाजार में मिलने लगेगा.’

विज्ञप्ति के अनुसार इस स्मार्टफोन को भारतीय बाजार के लिए विशेष तौर पर बनाया गया है और इसमें बेहतरीन कैमरा और एंड्रायड अपडेट भी मिलेंगे.

बीते साल रिलायंस जियो ने गूगल के साथ साझेदारी की घोषणा की थी.

इस अवसर पर अपने संबोधन में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा, ‘गूगल और जियो का किफायती स्मार्टफोन खासतौर से भारत के लिए बनाया गया है और यह उन लाखों नए उपयोगकर्ताओं के लिए नई संभावनाएं खोलेगा जो पहली बार इंटरनेट का अनुभव करेंगे. गूगल क्लाउड और जियो के बीच एक नई 5जी साझेदारी एक अरब से अधिक भारतीयों को तेज इंटरनेट से जुड़ने में मदद करेगी.’

इसके अलावा जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी ने बृहस्पतिवार को हरित ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े स्तर पर कदम रखने की भी घोषणा की. उन्होंने सौर फोटोवोल्टिक सेल, हरित हाइड्रोजन, बिजली स्टोरेज बैटरी और फ्यूल सेल के विनिर्माण को लेकर अगले तीन साल में बड़ी क्षमता के चार विनिर्माण संयंत्र लगाने के लिए 75,000 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया.

कंपनी की 44वीं सालाना आम बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रिलायंस 1,00,000 मेगावाट सौर बिजली उत्पादन क्षमता लगाएगी.

अंबानी ने कहा, ‘हमने नये ऊर्जा परिवेश के लिये जरूरी सभी महत्वपूर्ण उपकरणों के विनिर्माण और एकीकरण को लेकर चार बड़े…सौर फोटोवोल्टिक मोड्यूल कारखाना, ऊर्जा भंडारण बैटरी कारखाना, इलेक्ट्रोलाइजर कारखाना तथा फ्यूल सेल कारखाना… विनिर्माण संयंत्र लगाने की योजना बनायी है.’

इन चारों विनिर्माण संयंत्रों में कुल 60,000 करोड़ रुपये के निवेश किये जाएंगे.

उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, हम मूल्य श्रृंखला, भागीदारी और खोज एवं उत्पादन तथा परिष्करण एवं विपणन समेत भविष्य की प्रौद्योगिकियों में 15,000 करोड़ रुपये खर्च करेंगे.’

उल्लेखनीय है कि पिछले साल अंबानी ने कंपनी के लिए अगले 15 साल यानी 2035 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा था.

उन्होंने कहा, ‘जीवाश्म (कोयला, पेट्रोल और डीजल) ईंधन से करीब तीन सदी तक आर्थिक वृद्धि को गति मिली. हम अब बहुत लंबे समय तक इसे जारी नहीं रख सकते.’

अंबानी ने कहा, ‘वर्ष 2016 में हमने डिजिटल अंतर खत्म करने के लिये जियो पेश किया. अब 2021 में, हम नया ऊर्जा कारोबार शुरू करने जा रहे हैं. इसका लक्ष्य भारत और दुनिया में हरित ऊर्जा को लेकर अंतर को दूर करना है.’


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