चंडीगढ़: हरियाणा के जींद उपचुनाव में बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की है और कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला चुनाव हार गये हैं. बीजेपी प्रत्याशी कृष्ण मिड्ढा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी जननायक जनता पार्टी के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला को 12,935 वोटों से मात दी है. वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता को रणदीप सुरजेवाला को बड़ा झटका लगा है. उनके उतरने से उपचुनाव बहुत दिलचस्प हो गया था. वह तीसरे नंबर पर रहे.
Randeep Surjewala on Jind bypoll result: I hope Manohar Lal Khattar and Krishna Middha ji will fulfil the dreams of the people of Jind. I was given a responsibility by the party which I fulfilled to the best of my abilities, I congratulate Krishna Middha ji. pic.twitter.com/O97opemVsY
— ANI (@ANI) January 31, 2019
रणदीप सुरजेवाला ने अपनी हार स्वीकारते हुए कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि मनोहरलाल खट्टर और कृष्ण मिड्ढा जी जींद की जनता के सपनों को पूरा करेंगे. पार्टी ने जो जिम्मेदारी मुझे दी थी उसे पूरा करने में अपनी योग्यता के हिसाब सबसे अच्छा पूरा करने की कोशिश की. मैं कृष्णा मिड्ढा जी को बधाई देता हूं.
गौरतलब है कि हरियाणा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जींद विधानसभा सीट के उपचुनाव की गुरुवार को जारी मतगणना के छह राउंड के बाद से 10 हजार से अधिक मतों से बढ़त हासिल ली थी. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला छह राउंड की वोटों की गिनती के बाद 10,000 से भी कम मतों के साथ तीसरे स्थान पर बने हुए थे.
बागी भाजपा सांसद राज कुमार सैनी द्वारा शुरू की गई लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (एलएसपी) ने प्रभावशाली शुरुआत की है और 7,700 वोटों के साथ चौथे स्थान पर रही। पार्टी ने विनोद आश्री को उम्मीदवार बनाया था. पिछले दो चुनावों में इस सीट पर विजेता रही इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) 1,350 वोटों के साथ पांचवें स्थान पर चल रही थी. इनेलो ने उमेद सिंह को उम्मीदवार के रूप में उतारा था.
उपचुनाव के लिए मतदान 28 जनवरी को हुआ था जिसमें 1.72 लाख मतदाताओं में से लगभग 76 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.
लोकसभा और विधानसभा चुनावों के मद्देनजर यह चुनाव सभी चार प्रमुख दलों सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और हाल ही में स्थापित जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के लिए एक परीक्षा बन गया था. दो बार के इनेलो विधायक हरि चंद मिड्ढा के निधन के बाद उपचुनाव हुआ जिनके बेटे कृष्ण मिड्ढा भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे और जीत दर्ज की है.