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Wednesday, 13 November, 2024
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झारखंड: ‘हॉकी’, ‘नशाबंदी’, ‘आदिवासी संस्कृति’ के थीम वाले मतदान केंद्र मतदाताओं को कर रहे आकर्षित

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(संजय कुमार डे)

रांची, 13 नवंबर (भाषा) झारखंड विधानसभा के लिए पहले चरण में बुधवार को 43 सीट के लिए मतदान चल रहा है और इस दौरान मतदाताओं को प्रेरित करने, अधिक समावेशी और जीवंत मतदान की अनुभूति कराने के लिए राज्य के 15 जिलों में विभिन्न सांस्कृतिक, सामाजिक और जागरूकता से जुड़े विषयों को प्रतिबिंबित करने के लिए 50 से अधिक विशेष बूथ स्थापित किए गए हैं।

इन बूथ में सबसे उल्लेखनीय रांची के ‘कन्या हाईस्कूल’ में बनाया गया मतदान केंद्र है जिसे ‘हॉकी’ खेल की ‘थीम’ पर आकार दिया गया है। इस बूथ पर हॉकी खेलती लड़कियों की बड़ी-बड़ी तस्वीर लगाई गई हैं जिनमें झारखंड की सलीमा टेटे, निक्की प्रधान और संगीता कुमारी जैसी ओलंपियन खिलाड़ी शामिल हैं।

मतदान केंद्र पर वोट डालने के बाद 25 वर्षीय मतदाता रीना कुमारी ने कहा, ‘‘मुझे यह विषय (थीम) पसंद आया, क्योंकि यह हमारी खेल संस्कृति से जोड़ती है। राज्य ने हॉकी में कई ओलंपिक खिलाड़ी दिये हैं।’’

सेक्टर मजिस्ट्रेट गौतम कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘इस थीम का उद्देश्य झारखंड के खेलों को बढ़ावा देना और मतदाताओं को प्रेरित करना है।’’

रांची के तमाड़ प्रखंड में चिपबांधीडीह स्थित एक मतदान केंद्र को आदिवासी संस्कृति के चित्रों से सजाया गया है। इसमें राज्य के आदिवासी समुदायों की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित किया गया है।

इसी तरह चतरा जिले के लावालौंग ‘हाई स्कूल’ में एक बूथ पर ‘‘वोट के लिए हां, नशे को ना’’ थीम के माध्यम से मादक पदार्थों के दुष्परिणाम को लेकर लोगों को जागरूक करने की कोशिश की गई है।

अन्य बूथों पर पतरातू पर्यटन और कृषि पर ध्यान केंद्रित किया गया, जबकि गिरिडीह जिले में 11 बूथ पर स्थानीय कला और संस्कृति को प्रदर्शित किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में 43 सीट के लिए बुधवार को हो रहे मतदान के तहत अपराह्न एक बजे तक 46.25 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया था। इस चरण में कुल 1.37 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं।

सुलभ मतदान सुनिश्चित करने के लिए कुल 15,344 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं।

वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्था की गई, जिसमें व्हीलचेयर की सुविधा, रैम्प और उनकी सहायता के लिए स्वयंसेवक शामिल हैं।

रांची में ‘रेड क्रॉस सोसाइटी’ बूथ पर मतदान करने वाली 65 वर्षीय महिला बीना सिन्हा ने कहा, ‘‘इस बार व्यवस्था बहुत अच्छी थी। मैंने बिना किसी परेशानी के अपने मताधिकार का प्रयोग किया।’’

बूथ के पीठासीन अधिकारी पंकज कुमार वत्स ने बताया, ‘‘बूथ पर बिजली, पेयजल और वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए ‘व्हीलचेयर’ जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। ऐसी व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि मतदाताओं को लंबे समय तक कतार में इंतजार न करना पड़े।’’

झारखंड में कुल 2.60 करोड़ मतदाता हैं जिनमें से 85 वर्ष से अधिक उम्र के 1.13 लाख मतदाता और 3.67 लाख दिव्यांग मतदाता शामिल हैं। मतदान केंद्रों पर सुविधाओं को विशेष रूप से उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ‘डिजाइन’ किया गया है, ताकि सभी को सुलभ मतदान का अनुभव हो सके।

भाषा धीरज संतोष

संतोष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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