हजारीबाग, 13 फरवरी (भाषा) जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए सेना के जवान कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी का बृहस्पतिवार को झारखंड के हजारीबाग में अंतिम संस्कार किया गया।
अखनूर सेक्टर में मंगलवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा लगाये गये एक आईईडी विस्फोट में पंजाब रेजिमेंटल सेंटर के 27 वर्षीय जवान सहित दो सैन्यकर्मी शहीद हो गये थे।
शहीद हुए जवान का यहां खिरगांव के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया और उनके माता-पिता व अन्य लोगों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी।
बख्शी की शादी अप्रैल में होने वाली थी और उनकी मंगेतर जम्मू में बतौर सैन्य चिकित्सक तैनात हैं।
इससे पहले, कैप्टन बख्शी का पार्थिव शरीर उनके घर लाया गया था।
अंतिम विदाई देने वाले लोगों की सड़कों पर कतारें लगी हुई थीं, जिनमें वे लोग भी शामिल थे जो कैप्टन बख्शी को बचपन से जानते थे। शहीद जवान के पिता सरदार अजिंदर सिंह बख्शी और मां नीलू बख्शी भी मौजूद थे।
कमरजीत के चाचा सरदार अमरजीत सिंह बख्शी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “करमजीत परिवार और दोस्तों के लिए ‘कोहिनूर’ की तरह था। एक ऐसा युवक जो हमेशा लोगों के लिए खड़ा रहता था। वह एक सप्ताह के लिए हजारीबाग आया था और 24 जनवरी को अखनूर के लिए रवाना हुआ था, जहां उसकी तैनाती थी।”
उन्होंने बताया कि कमरजीत की शादी पांच अप्रैल को जम्मू में होने वाली थी। कमरजीत के एक अन्य चाचा सरदार देविंदर सिंह ने कहा, “हमें जश्न की उम्मीद थी लेकिन हमें झटका लगा है।”
कैप्टन कमरजीत के परिवार में उनकी मां, पिता और बहन हैं।
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर और बड़ी संख्या में सेना और सरकार के अधिकारियों ने बुधवार को बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “जम्मू के अखनूर में खोज अभियान के दौरान झारखंड के कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी और सेना के एक अन्य जवान की शहादत की दुखद खबर मिली। मारंग बुरु शहीद सैनिकों की आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवारों को इस कठिन समय को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
भाषा जितेंद्र सुभाष
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