रांची, 28 मई (भाषा) भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी मनीष रंजन मंगलवार को धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए, जिसमें एजेंसी ने हाल ही में झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया था। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि रंजन सुबह करीब 11.15 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे।
रंजन ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व सचिव हैं। वह वर्तमान में भूमि, सड़क और भवन विभाग के सचिव हैं और उन्हें 28 मई को यहां केंद्रीय एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय में अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया था।
रंजन को इससे पहले 24 मई को ईडी अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए और अधिक समय मांगा था।
यह समन ईडी की उस जांच से जुड़ा है जिसमें कांग्रेस नेता और राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, उनके पूर्व निजी सचिव संजीव कुमार लाल और लाल के घरेलू सहायक जहांगीर आलम को इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था।
जहांगीर आलम जहां रह रहे थे वहां से एजेंसी ने 32 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद होने का दावा किया है। इस मामले में कुल जब्त की गई नकदी 37.5 करोड़ रुपये है।
भाषा
शुभम मनीषा
मनीषा
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