रांची, तीन जून (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने झामुमो की अगुवाई वाली झारखंड सरकार पर उनके और उनके परिवार के खिलाफ ‘षड्यंत्र रचने’ का आरोप लगाया है।
दूसरी ओर सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने मरांडी के दावे को ‘सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का साधन’ करार दिया।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता मरांडी ने सोमवार को जारी एक बयान में आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार नहीं, बल्कि एक ‘संगठित गिरोह’ संचालित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह ‘‘राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार, उत्पीड़न और भय की राजनीति’’ से प्रभावित जनता की आवाज उठाते रहेंगे।
मरांडी ने आरोप लगाया कि ‘‘सरकार के करीबी आपराधिक प्रवृत्ति वाले शीर्ष अधिकारी’’ उनके, उनके परिवार और करीबी सहयोगियों के खिलाफ साजिश रचने में लगे हुए हैं।
उन्होंने दावा किया, ‘‘इन अधिकारियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है… वे मुझे डराने-धमकाने में लगे हुए हैं, जिसमें मुझे झूठे मामलों में फंसाना और चरित्र हनन करना शामिल है।’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सरकार उनके खिलाफ सक्रिय हो गई है क्योंकि उन्होंने विभिन्न घोटालों को उजागर किया है।
मरांडी ने पिछले दिनों दुमका के शिकारीपाड़ा में अपने ऊपर नक्सली हमले की साजिश होने का दावा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने खुफिया जानकारी का संज्ञान लेकर उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई थी।
मरांडी ने कहा कि कोई भी उन्हें झुका नहीं सकता। उन्होंने कहा कि सरकार को डराने-धमकाने के बजाय जवाबदेही और पारदर्शिता पर ध्यान देना चाहिए।
इस संबंध में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता से प्रतिक्रिया लेने के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्हें किए गए फोन कॉल और संदेशों का कोई जवाब नहीं मिला।
मरांडी डीजीपी के खिलाफ मुखर रहे हैं और उनका कहना है कि गुप्ता का कार्यकाल पिछले महीने खत्म हो गया है तथा उनका पद पर बने रहना असंवैधानिक और अवैध है।
भाषा वैभव नरेश
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