कोच्चि, 21 फरवरी (भाषा) झारखंड के एक दंपति द्वारा यहां एक निजी अस्पताल की नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में छोड़ी गई 23 दिन की बच्ची को केरल सरकार संरक्षण प्रदान करेगी।
राज्य की स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास मंत्री वीना जॉर्ज ने शुक्रवार को महिला एवं बाल विकास विभाग को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, अधिकारी अस्पताल का दौरा करेंगे और आगे की व्यवस्था करेंगे।
इसमें कहा गया, ‘‘यदि माता-पिता वापस लौटते हैं, तो बच्ची उन्हें सौंप दी जाएगी। यदि वे बच्ची की देखभाल नहीं करना चाहते, तो बाल कल्याण समिति बच्ची की देखभाल के लिए कानूनी कदम उठाएगी।’’
एर्नाकुलम अस्पताल के अधीक्षक से बच्ची के लिए उचित चिकित्सा उपचार सुनिश्चित करने को कहा गया है।
प्रसव के लिए घर जाते समय ट्रेन में मां को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने लगीं। उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने एक बच्ची को जन्म दिया।
चूंकि बच्ची का वजन एक किलोग्राम से भी कम था, इसलिए उसे विशेष देखभाल के लिए एक निजी अस्पताल में एनआईसीयू में ले जाया गया।
इसके बाद माता-पिता लापता हो गए। अस्पताल प्रशासन उनसे संपर्क नहीं कर पाया है।
भाषा नेत्रपाल दिलीप
दिलीप
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