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Friday, 19 September, 2025
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जयललिता की पूर्व सहयोगी ने 2026 चुनाव से पहले अन्नाद्रमुक के सभी गुटों से एकजुट होने की अपील की

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चेन्नई, 15 सितंबर (भाषा) ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) धड़ों के नेताओं ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री सी एन अन्नादुरई की जयंती पर विलय की मांग उठाई, जबकि पार्टी महासचिव ई के पलानीस्वामी ने अन्नाद्रमुक द्वारा 53 वर्षों तक अन्नादुरई की विरासत को आगे बढ़ाने पर गर्व किया।

अन्नाद्रमुक के अंतरिम महासचिव के पद से हटाई गईं वी. के. शशिकला ने अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के सभी गुटों से एकजुट होने की अपील की।

उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ता पार्टी को एकजुट देखना चाहते हैं और उन्होंने दोहराया कि पार्टी की चुनावी संभावनाएं उसके एकीकरण पर ही निर्भर करती हैं।

दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता की पूर्व करीबी सहयोगी ने यहां पोएस गार्डन स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘अन्नाद्रमुक में हर कोई चाहता है कि 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले विभिन्न गुट एकजुट हो जाएं। मैं भी यही चाहती हूं।’’

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि सभी गुटों को चुनाव से पहले एक हो जाना चाहिए न कि चुनाव के बाद।

शशिकला ने संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘अस्वीकार करना बहुत आसान है। लेकिन किसी को स्वीकार करना बहुत मुश्किल काम है। इसमें समय लगता है।’’

उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक का लक्ष्य द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) शासन को समाप्त कर ‘अम्मा’ (जयललिता) का शासन फिर से स्थापित करना था। शशिकला ने कहा, ‘‘मेरा कार्य पार्टी के एकीकरण और उसकी जीत के लिए समर्पित रहेगा।’’

शशिकला ने कहा, ‘‘जो कुछ (अतीत में) हुआ, उसे वैसा ही हुआ माना जाए। अब से जो भी हो, वह अच्छे परिणाम दे।’

इसी तरह की बात कहते हुए अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता के ए सेंगोट्टैयन ने अन्नादुरई को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कहा, ‘आज मुझे अन्ना की यह स्वर्णिम उक्ति याद आ रही है: ‘हमें भूल जाना चाहिए और माफ कर देना चाहिए।’ हमें इसी तरह कार्य करना चाहिए।’’

उन्होंने पार्टी को मजबूत करने के लिए निष्कासित नेताओं को वापस लाने के लिए 10 दिन की समयसीमा दी थी जो आज समाप्त हुई।

सेंगोट्टैयन ने इरोड में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने पांच सितंबर को अपना विचार रखा था कि अन्नाद्रमुक को मजबूत बनाने के लिए इसका एकीकरण किया जाना चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि पार्टी एकता पर उनके विचार को पार्टी कार्यकर्ताओं ने अच्छी तरह से स्वीकार किया है।

गोबिचेट्टीपलायम से विधायक ने कहा कि उन्होंने पार्टी नेताओं एमजीआर और जयललिता के सपनों को साकार करने की जरूरत पर खुलकर बात की थी। उन्होंने कहा, ‘‘इसे ध्यान में रखते हुए, अन्नाद्रमुक नेतृत्व को एकजुट होकर 2026 में मजबूती हासिल करनी चाहिए और जीत हासिल करनी चाहिए।’’

इस बीच, अन्नाद्रमुक से निष्कासित एवं अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम के महासचिव टी टी वी दिनाकरन ने 2026 के चुनाव के लिए पलानीस्वामी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार स्वीकार करने की संभावना से इनकार किया। इससे पहले, उन्होंने तंजावुर में अन्नादुरई की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

दिनाकरन ने हाल ही में भाजपा से नाता तोड़ लिया था, जो पलानीस्वामी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बता रही थी।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष नैनार नागेंद्रन ने पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम और दिनाकरन के साथ बातचीत करके उन्हें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) गठबंधन में वापस लाने की इच्छा जताई थी।

पनीरसेल्वम को अन्नाद्रमुक से निष्कासित कर दिया गया था। पनीरसेल्वम ने दावा किया कि पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि अन्नाद्रमुक एकजुट रहे।

पनीरसेल्वम ने चेन्नई में अन्ना की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कहा, ‘‘अन्नाद्रमुक के एकजुट होने पर ही पार्टी संस्थापक एम जी रामचंद्रन का उद्देश्य पूरा होगा। हमें पार्टी कार्यकर्ताओं और तमिलनाडु की जनता की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।’

यह पूछे जाने पर कि क्या वह राजग गठबंधन में वापसी करेंगे, उन्होंने कहा, ‘राजनीति में कोई स्थायी दुश्मन या दोस्त नहीं होता। कुछ भी हो सकता है। इंतज़ार कीजिए और देखिए।’

पलानीस्वामी ने कहा कि अन्ना तमिलनाडु का पर्याय थे। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘केवल नाम में ही नहीं, बल्कि नीति, कार्य और राजनीतिक सिद्धांत में भी, अन्नाद्रमुक ने 53 वर्षों से अन्ना (की विरासत) को गर्व से आगे बढ़ाया है।’

पलानीस्वामी ने कहा, ‘‘आज, द्रविड़ राजनीति के अद्वितीय नेता, महान अन्ना के जन्मदिन पर, जिन्होंने हम जैसे आम लोगों को ऊपर उठाया। आइए हम तमिलनाडु को पारिवारिक शासन की जकड़ से मुक्त कराने और अन्नाद्रमुक के नेतृत्व में आम लोगों के लिए अन्नावाद को महत्व देने वाली सरकार स्थापित करने का संकल्प लें। आइए हम जनता की रक्षा करें और तमिलनाडु को बचाएं। अन्ना अमर रहें।’’

भाषा अमित अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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