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Tuesday, 9 September, 2025
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जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग नौवें दिन भी वाहनों की आवाजाही के लिए बंद

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जम्मू, नौ सितंबर (भाषा) जम्मू को श्रीनगर से जोड़ने वाला 270 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग मंगलवार को लगातार नौवें दिन भी वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहा। उधमपुर जिले में बुरी तरह क्षतिग्रस्त 250 मीटर लंबे हिस्से की मरम्मत युद्धस्तर पर जारी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर को लद्दाख से जोड़ने वाला डोडा-किश्तवाड़ मार्ग और श्रीनगर-सोनमर्ग-गुमरी मार्ग भी भूस्खलन के कारण बंद कर दिया गया है।

भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण कई जगह बाधित होने के चलते यह राजमार्ग 26 अगस्त से बंद रहा, हालांकि 30 अगस्त को कुछ घंटों के लिए इसे यातायात के लिए खोला गया था। कुल मिलाकर यह राजमार्ग 15 दिन से बंद है।

यातायात पुलिस की ओर से जारी एक परामर्श में कहा गया है, “जखेनी और बली नाला के बीच सड़क अवरुद्ध होने के कारण राजमार्ग अभी भी जखेनी (उधमपुर) से श्रीनगर की ओर और श्रीनगर से जखेनी की ओर वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है। नगरोटा (जम्मू) से रियासी, चिनैनी, पटनीटॉप, डोडा, रामबन, बनिहाल, श्रीनगर और वापस श्रीनगर की ओर किसी भी वाहन की आवाजाही की अनुमति नहीं होगी।”

इसमें कहा गया कि कटरा और उधमपुर जाने वाले यात्रियों को अपनी पहचान साबित करने के लिए फोटो पहचान पत्र साथ रखना होगा ताकि उनकी आवाजाही में कोई दिक्कत न हो और वे आसानी से यात्रा कर सकें।

अधिकारियों ने बताया कि थर्ड में भारी भूस्खलन और बली नाला क्षेत्र में राजमार्ग के एक हिस्से के बह जाने के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई सड़क की मरम्मत के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के कर्मचारी और मशीनें युद्धस्तर पर लगी हुई हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि यह हिस्सा सबसे कठिन है, क्योंकि भारी भूस्खलन के बाद इस जगह पर राजमार्ग को दोबारा बनाना पड़ रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि राजमार्ग के इस हिस्से के पुनर्निर्माण में बाधा बनी छह बड़ी चट्टानों को सोमवार को विस्फोट करके हटा दिया गया और अतिरिक्त बाधाओं को दूर करने के लिए तीन और चट्टानों को खोदा गया है।

उन्होंने कहा, “यह एक बड़ी चुनौती साबित हुई है। इसके साथ ही, सड़क साफ होने लगी है और अवरुद्ध राजमार्ग जल्द ही यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।”

रामबन और उधमपुर में राजमार्ग से अधिकांश भूस्खलन, कीचड़ और गिरते पत्थर साफ कर दिए गए हैं, लेकिन उधमपुर जिले के थर्ड में 250 मीटर का हिस्सा पहाड़ के नीचे दबा हुआ है।

त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा भी लगातार 15वें दिन स्थगित रही।

अधिकारियों ने बताया कि जोजिला क्षेत्र में रुसूल मोड़ के पास भूस्खलन के कारण श्रीनगर-सोनमर्ग-गुमरी राजमार्ग भी बंद है और मरम्मत का काम जारी है।

उन्होंने कहा, “लोगों को सलाह दी जाती है कि जब तक सड़क पूरी तरह से बहाल नहीं हो जाती, तब तक राजमार्ग पर यात्रा न करें।”

जम्मू क्षेत्र के पुंछ जिले को कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ने वाले अंतर-क्षेत्रीय मुगल रोड पर यातायात सुचारू रूप से जारी है, जबकि बटोत-डोडा-किश्तवाड़ मार्ग भूस्खलन के कारण बंद है।

उन्होंने बताया कि कश्मीर जाने वाले राजमार्गों और अन्य अंतर-क्षेत्रीय सड़कों के बंद होने से कठुआ, सांबा, जम्मू, उधमपुर, रामबन, कश्मीर घाटी और पंजाब के विभिन्न स्थानों पर 4,000 से अधिक वाहन फंसे हुए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि हाल में आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग सहित जम्मू-कश्मीर में लगभग 12,000 किलोमीटर लंबी सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं।

भाषा खारी अमित

अमित

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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