श्रीनगर, 30 अगस्त (भाषा)जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को इसपर यथाशीघ्र यातायात बहाल करने के निर्देश दिए। इस बीच , राजमार्ग को आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है।
उधमपुर-रामबन क्षेत्र में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण शनिवार को लगातार चौथे दिन राष्ट्रीय राजमार्ग आम यातायात के लिए बंद रहा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को शनिवार को केवल फंसे हुए वाहनों के लिए फिर से खोला गया है। यह राजमार्ग इस सप्ताह के शुरू में हुई रिकॉर्ड बारिश के बाद उधमपुर जिले में कई भूस्खलनों और 60 मीटर हिस्से के धंसने के कारण चार दिनों तक बंद रहा था।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने हाल ही में हुई लगातार बारिश से क्षतिग्रस्त हुए जम्मू-श्रीनगर एनएच-44 और अन्य राष्ट्रीय राजमार्गों और प्रमुख सड़कों की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।’’
इसमें कहा गया है कि अब्दुल्ला ने अधिकारियों को सड़कों की शीघ्र बहाली, यातायात की सुचारू आवाजाही और विशेष रूप से घाटी और दूरदराज के क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के रामबन परियोजना निदेशक शुभम ने कहा कि सामान्य यातायात के लिए राजमार्ग को जल्द से जल्द खोलने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने शुक्रवार शाम छह बजे तक मरम्मत का काम लगभग पूरा कर लिया था और हमें उम्मीद थी कि आज (शनिवार) सुबह इस रणनीतिक राजमार्ग पर यातायात शुरू हो जाएगा। लेकिन रात भर हुई बारिश ने हमारे प्रयासों में बाधा डाली।’’
शुभम ने बताया कि चेनानी और उधमपुर के बीच बेनाली नाले में सड़क के 60 मीटर लंबे हिस्से पर काम तुरंत फिर से शुरू कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि पत्थरों के आधार को स्थिर होने में कुछ समय लगने के बाद, फंसे हुए वाहनों, खासकर फलों से लदे ट्रक, तेल टैंकर और हल्के मोटर वाहनों सहित जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं को ले जाने वाले वाहनों को दोनों ओर से नियमित रूप से आगे बढ़ने की अनुमति दी गई।
अधिकारियों के मुताबिक 26 अगस्त को हुई बारिश के बाद राजमार्ग के दोनों छोर पर 2,000 से अधिक वाहन फंस गए थे।
भाषा धीरज पवनेश
पवनेश
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