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Wednesday, 27 August, 2025
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जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर और अनंतनाग में आवासीय व व्यावसायिक इलाकों में बाढ़

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श्रीनगर, 27 अगस्त (भाषा) कश्मीर के श्रीनगर और अनंतनाग जिलों में बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण कई रिहायशी और व्यावसायिक इलाके जलमग्न हो गए।

अधिकारियों ने बताया कि संभागीय प्रशासन ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए संबंधित विभागों को सतर्क रहने और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

हालांकि, मौसम में सुधार होने के चलते दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में पानी कम होना शुरू हो गया है, जबकि श्रीनगर में झेलम नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

अधिकारियों ने कहा कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं और इस जलभराव को लेकर घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि इस स्थिति ने 2014 की बाढ़ की यादें ताजा कर दी हैं।

दक्षिण कश्मीर के कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई और कई क्षेत्रों में पानी भर गया। श्रीनगर और अनंतनाग जिलों के रिहायशी और व्यावसायिक इलाकों में भी पानी घुस गया।

अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में कुरसू, राजबाग, बेमिना और सेकिदफर इलाकों में रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए, जबकि अनंतनाग नगर के अधिकांश हिस्सों में बाढ़ का पानी रिहायशी और व्यावसायिक इलाकों में घुस गया, जिससे बाजार जलमग्न हो गए।

अधिकारियों ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में जिला अदालत परिसर में भी पानी घुस गया, जिसके बाद जिला न्यायाधीश एवं अन्य कर्मचारियों को एसडीआरएफ कर्मियों ने नाव की मदद से बाहर निकाला।

अनंतनाग, कुलगाम और श्रीनगर के जिला प्रशासन और पुलिस को निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा।

पुलिस ने नागरिकों की सुरक्षा और आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रतिक्रिया तंत्र शुरू किया और लोगों को तत्काल सहायता प्रदान की।

बारिश के कारण सभी नदियों, नालों और जल स्रोतों का जलस्तर बढ़ गया और अनंतनाग तथा श्रीनगर में झेलम नदी ने चेतावनी स्तर को पार कर लिया।

अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के जल स्रोतों में जलस्तर घट रहा है, लेकिन श्रीनगर में झेलम नदी में जलस्तर बढ़ रहा है। हालांकि, घबराने की आवश्यकता नहीं है।

अधिकारियों ने कहा, “चूंकि बारिश रुक गई है, श्रीनगर में भी कुछ ही घंटों में जलस्तर घटने लगेगा। भले ही जलस्तर खतरे के निशान को पार कर जाए, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है।”

मौसम विभाग ने भी मौसम में सुधार का पूर्वानुमान जताया है। हालांकि, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया गया है।

जल शक्ति मंत्री जावेद अहमद राणा ने जम्मू-कश्मीर में बाढ़ से निपटने की तैयारियों और प्रतिक्रिया तंत्र की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी के साथ मंत्री ने संगम स्थित बाढ़ निगरानी केंद्र का भी दौरा किया और झेलम नदी के जलस्तर का जायज़ा लिया।

उन्होंने अधिकारियों को संवेदनशील स्थानों पर कड़ी निगरानी बनाए रखने, चौबीसों घंटे संचार सुनिश्चित करने और समय पर चेतावनी प्रसारित करने के लिए सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली सक्रिय करने के निर्देश दिए।

अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर घाटी में संभागीय प्रशासन ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए संबंधित विभागों को हाई अलर्ट पर रखा है।

उन्होंने बताया कि संभागीय आयुक्त, कश्मीर अंशुल गर्ग ने बाढ़ की संभावित स्थिति से निपटने के लिए विभागों और जिला प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक आपात बैठक बुलाई।

भाषा

नोमान पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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