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जम्मू, दो जुलाई (भाषा) जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यहां से अमरनाथ तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को कश्मीर स्थित दो आधार शिविरों के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए 38 दिवसीय तीर्थयात्रा तीन जुलाई को घाटी से दो मार्ग से शुरू होगी – अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में छोटा (14 किलोमीटर) लेकिन अधिक खड़ी चढ़ाई वाला बालटाल मार्ग। यात्रा का समापन नौ अगस्त को होगा।
अधिकारियों ने बताया कि 1,115 महिलाओं, 31 बच्चों और 16 ट्रांसजेंडर सहित 5,892 तीर्थयात्रियों का जत्था वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा में शामिल होने के लिए तड़के साढ़े चार बजे आधार शिविर से रवाना हुआ।
अधिकारियों के अनुसार, इस साल की यात्रा के लिए अब तक 3,31,000 से अधिक श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि तीर्थयात्रा के लिए यहां आने वाले श्रद्धालुओं का मौके पर ही पंजीकरण शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पिछले दो दिनों में करीब 4,000 टोकन बांटे गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि उपराज्यपाल ने उच्च सुरक्षा वाले भगवती नगर आधार शिविर में पहुंचने के तुरंत बाद पूजा की और बाद में कश्मीर में दोनों आधार शिविरों के लिए यात्रा को हरी झंडी दिखाई।
यात्रा को हरी झंडी दिखाने के कार्यक्रम के दौरान सिन्हा के साथ स्थानीय विधायक, शीर्ष अधिकारी और विभिन्न धार्मिक संगठनों के प्रमुख मौजूद थे।
सिन्हा ने कहा, ‘‘मैंने भगवती नगर आधार शिविर से श्री अमरनाथ जी यात्रा के तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया है। सभी आध्यात्मिक साधकों को भगवान शिव के पवित्र निवास तक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा की शुभकामनाएं। यह यात्रा एक गहन आत्मिक अनुभव प्रदान करेगी। बाबा अमरनाथ से सभी के लिए शांति और आशीर्वाद की प्रार्थना की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पूरे देश से श्रद्धालु यहां आए हैं। ऐसा लगता है कि जम्मू शहर में कोई बड़ा उत्सव है। उत्साह बहुत अधिक है। भोलेनाथ के भक्तों ने आतंकवादियों की सभी धमकियों को दरकिनार कर दिया है और भोलेनाथ के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में यहां आ रहे हैं।’’
उन्होंने सुरक्षा के बारे में कहा कि राजभवन और पुलिस नियंत्रण कक्ष में एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र से यात्रा की 24 घंटे निगरानी की जा रही है, जबकि आरएफआईडी (रेडियो आवृत्ति पहचान) -आधारित निगरानी प्रणाली भी लगाई गई है।
सिन्हा ने कहा कि चंदनवाड़ी और बालटाल यात्रा आधार शिविरों में ओएनजीसी (तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड) ने 100 बिस्तरों वाला अस्पताल बनाया है।
उन्होंने कहा कि श्रीनगर में एक बोर्ड कार्यालय और यात्री निवास का उद्घाटन किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम चार जुलाई को बालटाल में भी ऐसे केंद्र का उद्घाटन करेंगे।’’
सिन्हा ने कहा, ‘‘2022 से अमरनाथ यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं में सुधार हुआ है। अमरनाथ गुफा मंदिर तक जाने वाले दोनों मार्ग पहले छह फुट चौड़े हुआ करते थे, जो अब बारह फुट चौड़े हैं।’’
‘‘बम बम भोले’’ और ‘‘हर हर महादेव’’ के जयकारे के बीच 4,000 से अधिक उत्साही तीर्थयात्री भारी बारिश के बावजूद वाहनों के काफिले में जम्मू से अमरनाथ के लिए रवाना हुए।
मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने भी जम्मू में आधार शिविर का दौरा किया और कहा कि शांतिपूर्ण तीर्थयात्रा के लिए सभी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं।
जम्मू में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसमें बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग शामिल है।
जम्मू कश्मीर पुलिस की सुरक्षा शाखा ने भगवती नगर आधार शिविर की जिम्मेदारी संभाली है, जबकि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) आधार शिविर के आसपास सुरक्षा का प्रबंधन कर रहा है।
भाषा सुरभि सिम्मी
सिम्मी
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