श्रीनगर, 15 नवंबर (भाषा) जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने नौगाम पुलिस थाने में हुए दुर्घटनावश विस्फोट के बाद, शनिवार को पुलिस और नागरिक प्रशासन के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
शुक्रवार रात हुए इस विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई और 32 अन्य घायल हो गए।
राजभवन में आयोजित बैठक में सिन्हा को कश्मीर में आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई।
अधिकारियों ने बताया कि बैठक में जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव अटल डुल्लू, गृह सचिव चंद्राकर भारती, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नलिन प्रभात, विशेष डीजीपी एस जे एम गिलानी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) सीआईडी नीतीश कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए।
सिन्हा ने जानमाल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया और विस्फोट के कारण का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए हैं।
यह विस्फोट शुक्रवार रात लगभग 11:20 बजे हुआ, जब एक विशेष टीम एक ‘सफेदपोश’ आतंकी मॉड्यूल की जांच के सिलसिले में जब्त किये गए विस्फोटकों के जखीरे से नमूने ले रही थी।
विस्फोटकों का एक बड़ा हिस्सा नौगाम पुलिस थाने के एक खुले क्षेत्र में सुरक्षित रूप से रखा गया था।
जम्मू कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात और गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव (कश्मीर) प्रशांत लोखंडे ने कहा कि यह घटना उस समय हुई जब अधिकारी हरियाणा के फरीदाबाद में जैश-ए-मोहम्मद के ‘सफेदपोश’ आतंकी मॉड्यूल मामले में जब्त किये गए विस्फोटकों के जखीरे से नमूने ले रहे थे।
भाषा सुभाष माधव
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