scorecardresearch
Saturday, 5 October, 2024
होमदेशजम्मू कश्मीर कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी, राज्य के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा

जम्मू कश्मीर कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी, राज्य के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा

Text Size:

जम्मू, आठ मार्च (भाषा) जम्मू कश्मीर कांग्रेस और उसकी महिला शाखा ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर यहां विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि को नियंत्रित करने और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही है।

हालांकि, इंदिरा चौक से राजभवन तक पार्टी के विरोध मार्च को पुलिस ने रोक दिया।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) जम्मू और कश्मीर मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल, कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख जी ए मीर उन प्रदर्शनकारियों में शामिल थे, जिन्होंने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा लगाया था। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने यह नारा दिया था ।

पाटिल ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रही है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भाजपा शासन में महिलाओं के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में जो हुआ वह शर्मनाक है।

जम्मू कश्मीर सहित मूल्य वृद्धि और बेरोजगारी के मुद्दों पर, कांग्रेस सांसद ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रण में लाने में पूरी तरह विफल रही है।

पाटिल ने कहा, ‘‘आवश्यक वस्तुओं की अभूतपूर्व कीमतों और अनुचित करों के कारण आम लोग पीड़ित हैं। भाजपा शासन में महिलाएं सबसे ज्यादा पीड़ित हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर देश में बेरोजगारी के मामले में अव्वल है और सरकार की गलत नीतियों से शिक्षित युवा हताश हैं।

पाटिल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लाखों शिक्षित युवा बेरोजगार हैं, जबकि दैनिक वेतन भोगी और जरूरत पर आधारित, संविदा और अन्य अस्थायी कर्मचारी नियमितीकरण के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस ही थी जिसने देश में पंचायती राज व्यवस्था के तीन स्तरों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण की गारंटी दी थी। पाटिल ने कहा कि पार्टी महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है।

कांग्रेस नेता ने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने अपने अधिकार खो दिए हैं और राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के बाद लोकतंत्र से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए और लोकतंत्र को बहाल करने के लिए जल्द चुनाव होने चाहिए।

अलका लांबा ने भी महिला सुरक्षा, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर भी केंद्र पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने इस शांतिपूर्ण विरोध मार्च को अवरूद्ध किया ।

भाषा सं रंजन नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments