नयी दिल्ली, 28 अगस्त (भाषा) जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के शीर्ष अधिकारियों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात कर उच्च शिक्षा वित्तपोषण एजेंसी (एचईएफए) द्वारा वित्त पोषित विकास परियोजनाओं की ‘असंतोषजनक’ गति पर चिंता जताई।
विश्वविद्यालय के एक बयान में कहा गया है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कुलपति मजहर आसिफ, कुल सचिव महताब आलम रिजवी ने मंगलवार को शिक्षा मंत्री से मुलाकात की।
बयान के अनुसार उन्होंने ‘अकादमिक सहयोग और विकास को मजबूत करने’ के तौर-तरीकों पर चर्चा की।
बयान में कहा गया है, ‘‘जामिया के कुलपति और कुलसचिव ने मुलाकात के दौरान उच्च शिक्षा वित्तपोषण एजेंसी (एचईएफए) के तहत क्रियान्वित की जा रही विकास परियोजनाओं की प्रगति से अवगत कराया और इन परियोजनाओं की असंतोषजनक गति पर चिंता व्यक्त की।’’
इन अधिकारियों ने मंत्री को जामिया में हाल के घटनाक्रमों से भी अवगत कराया, जिसमें दंत चिकित्सा में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की शुरुआत भी शामिल है। उन्होंने इसमें मंत्रालय के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
बयान के मुताबिक विश्वविद्यालय की आवासीय कोचिंग अकादमी (आरसीए) की उपलब्धियों को भी साझा किया गया, जहां से हर साल विभिन्न सिविल सेवाओं के लिए 30 से अधिक उम्मीदवार सफल होते हैं।
बयान में कहा गया कि भविष्य को देखते हुए कुलपति ने जामिया में नए विभाग और एक पूर्ण चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित करने के अपने दृष्टिकोण को साझा किया।
इसमें कहा गया कि केंद्रीय मंत्री ने प्रस्तावों का स्वागत किया और पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। विश्वविद्यालय के आगामी दीक्षांत समारोह की तैयारियों और मंत्री के परिसर में आने की संभावना पर भी चर्चा की गई।
भाषा
राजकुमार धीरज
धीरज
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