चंडीगढ़, 14 नवंबर (भाषा) करीब दो महीने से पार्टी गतिविधियों से दूर रहे भारतीय जनता पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी नेतृत्व से उन्हें कार्यभार से मुक्त करने का अनुरोध किया है।
ऐसी खबरें थीं कि जाखड़ ने भाजपा के राज्य अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद उनसे संपर्क नहीं हो सका।
जाखड़ ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें बताया, ‘‘मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त किया जाना चाहिए क्योंकि मेरी नैतिकता मुझे इस पद पर बने रहने की अनुमति नहीं देती है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा की मतों में हिस्सेदारी छह प्रतिशत से बढ़कर 18 प्रतिशत हो जाने के बावजूद पार्टी पंजाब की 13 संसदीय सीटों में से किसी पर भी जीत दर्ज नहीं कर सकी।
पूर्व कांग्रेस नेता जाखड़ जुलाई 2023 में भाजपा की पंजाब इकाई के अध्यक्ष बने।
जाखड़ ने कहा कि उन्होंने राज्य से संबंधित कई मुद्दों को भी भाजपा नेतृत्व के संज्ञान में लाया।
पंजाब के राजनीतिक परिदृश्य से उनकी अनुपस्थिति ने पार्टी में उनकी भूमिका पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पार्टी के स्टार प्रचारकों में से एक होने के बावजूद वह पंजाब में 20 नवंबर को होने वाले चार विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों के लिए प्रचार नहीं कर रहे हैं।
जाखड़ को आखिरी बार 18 अक्टूबर को चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर मोदी का स्वागत करते हुए देखा गया था। उन्होंने स्थानीय होटल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों का भी स्वागत किया था।
इस बीच, जाखड़ ने हरियाणा को विधानसभा भवन के निर्माण के लिए चंडीगढ़ में 10 एकड़ जमीन आवंटित करने के केंद्र के कथित कदम के संबंध में प्रधानमंत्री मोदी से हस्तक्षेप की मांग की।
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने अतिरिक्त विधानसभा भवन के लिए भूमि के बदले हरियाणा सरकार द्वारा चंडीगढ़ प्रशासन को दी गई भूमि के लिए कथित तौर पर पर्यावरणीय मंजूरी दे दी है।
हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़ प्रशासन को चंडीगढ़ में आईटी पार्क रोड के पास 10 एकड़ जमीन के बदले पंचकूला में 12 एकड़ जमीन देने की पेशकश की।
जाखड़ ने कहा कि वह इस कदम का विरोध करते हैं और प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप कर आवंटन रद्द करने का आग्रह करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी ही नहीं बल्कि पंजाब का दिल भी है। अगर आप चंडीगढ़ से हरियाणा को विधानसभा बनाने के लिए जमीन देने की बात करते हैं तो इससे पंजाब के लोगों को ठेस पहुंचती है।’’
वर्तमान में, पंजाब और हरियाणा, केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में पंजाब और हरियाणा सचिवालय के बगल में विधानसभा परिसर साझा करते हैं।
चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी है।
भाषा प्रशांत शफीक
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