जयपुर (राजस्थान): झारखंड सरकार द्वारा ‘पवित्र’ सम्मेद शिखरजी को एक पर्यटन स्थल घोषित किए जाने के फैसले के खिलाफ अनिश्तिकालीन भूख हड़ताल पर बैठे जैन मुनि सुग्येया सागर का राजस्थान के जयपुर में मंगलवार को निधन हो गया.
श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटक स्थल घोषित किये जाने के विरोध में जैन मुनि ने सांगानेर स्थित जैन मंदिर में अन्न-जल त्याग दिया था. आज सुबह उनका देहांत हो गया.
उनका अंतिम संस्कार जैन नसिया रोड अतिशय तीर्थ वीरोदय नगर सांगानेर में किया गया. इस दौरान ऋषि के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में धर्म के अनुयायी शामिल हुए. उनके निधन के बाद, जैन मुनि समर्थ सागर ने भी अनिश्चितकाल के लिए भूख हड़ताल की घोषणा की है.
जैन मुनि आचार्य सुनील सागर महाराज ने कहा कि तीर्थों की रक्षा के लिए जैन मुनि श्री सगर ने आज अपने प्राणों की आहुति दी है.
उन्होंने कहा कि सरकार और समाज के बीच संवाद की कमी है. ‘ऐसा कोई बड़ा मामला नहीं है. सरकार और समाज के बीच संवाद की कमी है. इस बात को ध्यान में रखा जाना चाहिए कि धार्मिक तीर्थ की पवित्रता बरकरार रहे. धार्मिक स्थल को पर्यटन स्थल घोषित करने के फैसले को राज्य सरकार को वापस लेना चाहिए. उन्होंंने कहा, ‘संतों के लिए यह आंदोलन का मामला नहीं है, साधना का विषय है.’
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को इस मामले पर केंद्र सरकार को जमकर लताड़ा.
ओवैसी ने ट्वीट किया है, ‘भारत अल्पसंख्यकों के लिए स्वर्ग है-भाजपाई: -जैन समाज के पूजा स्थलों को निशाना बनाया गया -क्रिसमस से लगातार ईसाइयों पर हमले -लद्दाख के बौद्ध व शिया पूर्ण राज्य के लिए सड़क पर -यूपी में सिख युवक पर हमला -हज़ारों मुसलमान असम में बेघर कर दिये गए और अब हल्द्वानी में बेघर होने वाले हैं.’
इससे पहले रविवार को जैन समुदाय के ढेर सदस्य देश के कई हिस्सों में झारखंड सरकार के फैसले खिलाफ प्रदर्शन किया था.
जैन समुदाय के लोग बड़ी संख्या में दिल्ली के इंडिया गेट पर जमा हुए और फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया.
इसी तरह अलीगढ़ में, रामलीला ग्राउंड से एक बड़ी रैली निकाली गई. रैली में बड़ी संख्या में पुरुष और महिला शामिल थे, जो पोस्टर्स और बनर्स के साथ फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया था. महाराष्ट्र में भी बड़ी रैलियां और विरोध-प्रदर्शन देखा गया.
अलीगढ़ में प्रदर्शनकारियों ने कहा कि फैसले को लेकर वह अपनी नाराजगी जाहिर करना चाहते हैं, जब तक सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेती प्रदर्शन जारी रखेंगे. श्री सम्मेद शिखरजी एक पवित्र जैन तीर्थ स्थल है, जो झारखंड के पारसनाथ पहाड़ी पर स्थित है. जिसे हाल में ही झारखंड सरकार द्वारा पर्यटन स्थल घोषित किया गया है.
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