नयी दिल्ली, 21 अगस्त (भाषा) विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने कहा कि कथित रैगिंग एवं यौन उत्पीड़न के मद्देनजर एक छात्र की मृत्यु के मामले में आयोग ने यादवपुर विश्वविद्यालय के दूसरे जवाब को ‘असंतोषजनक’ पाया है तथा इस पर और स्पष्टीकरण एवं कार्रवाई के लिए कहा जाएगा।
यूजीसी ने पिछले सप्ताह इस मामले में ‘खानापूर्ति करने वाली रिपोर्ट’ प्रस्तुत करने के लिए यादवपुर विश्वविद्यालय को फटकार लगाई थी।
आयोग के अध्यक्ष कुमार ने कहा, ‘‘ यूजीसी ने यादवपुर विश्वविद्यालय द्वारा भेजे गए दूसरे जवाब को असंतोषजनक पाया। आयोग जल्द ही विस्तृत स्पष्टीकरण और कार्रवाई को लेकर विश्वविद्यालय को फिर लिखेगा।’’
उन्होंने कहा कि रैगिंग एक गंभीर मुद्दा है और यादवपुर विश्वविद्यालय को यूजीसी के नियमन का अक्षरश: पालन करना चाहिए और विद्यार्थियों के लिए सुरक्षित माहौल बनाना चाहिए।
यूजीसी ने पिछले दिनों छात्रावास की दूसरी मंजिल से नीचे गिरकर 17 वर्षीय एक छात्र की मृत्यु के मामले में तथ्यात्मक रिपोर्ट के साथ की गयी कार्रवाई के बारे में जानकारी मांगी थी।
आयोग ने हाल में हुई छात्र की मौत पर विश्वविद्यालय से कहा कि उसने रैगिंग रोकने के लिए कोई सक्रिय कदम नहीं उठाया और वह रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है।
यूजीसी ने कहा था कि उसने पाया कि यह महज औपचारिकता पूरी करने वाली रिपोर्ट है और मूलत: इसमें रैगिंग जैसी बुराई पर लगाम लगाने की दिशा में सक्रियता से कदम उठाने के बजाय अधिकांशत: प्रतिक्रियात्मक पहल का उल्लेख किया गया है।
इस बीच, कथित रैगिंग और यौन उत्पीड़न मामले में यादवपुर विश्वविद्यालय के पूर्व एवं वर्तमान छात्रों सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
भाषा दीपक राजकुमार संतोष
संतोष
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