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मंगलवार, 10 जून, 2025
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आईयूएमएल ने यूसीसी पर माकपा के सम्मेलनों में शामिल होने से इनकार किया

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मलप्पुरम (केरल), नौ जुलाई (भाषा) केरल में कांग्रेस की मुख्य सहयोगी पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) से जुड़े सम्मेलनों में हिस्सा लेने के सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के आमंत्रण को रविवार को यह दावा करते हुए अस्वीकार कर दिया कि कांग्रेस को आमंत्रित नहीं करके वाम दल ‘‘टकराव’’ एवं ‘‘विभाजन’’ पैदा करने की चेष्टा कर रहा है।

आईयूएमएल ने कहा कि माकपा के आमंत्रण से यह पता चलता है कि उसके ‘‘इरादे नेक नहीं हैं’’ तथा ऐसे किसी सम्मेलन की जरूरत नहीं है जो लोगों को बांटता हो।

आईयूएमएल की इस प्रतिक्रिया को माकपा के लिए एक झटके के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि उसे राज्य के कोझिकोड जिले में 15 जुलाई को अपने पहले सम्मेलन में लीग के भाग लेने की उम्मीद थी।

लीग ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व और समर्थन के बिना किसी के लिए भी राष्ट्रीय स्तर पर यूसीसी का मुकाबला करना संभव नहीं होगा क्योंकि यह केवल मुसलमानों से नहीं, बल्कि सभी से जुड़ा मुद्दा है।

माकपा की प्रदेश इकाई के सचिव एम वी गोविंदन के प्रस्ताव के बाद शनिवार को पनक्कड़ में आईयूएमएल नेतृत्व की बैठक के बाद पार्टी ने अपने इस निर्णय की घोषणा की।

गोविंदन के प्रस्ताव ने कांग्रेस को नाराज किया है और उसने वाम दल पर राजनीतिक लाभ लेने के लिए यूसीसी को ‘‘हिंदू बनाम मुसलमान’’ में तब्दील करने का आरोप लगाया।

आईयूएमएल की प्रदेश इकाई के प्रमुख सैयद सादिक अली थंगल ने संवाददाताओं से कहा कि हर दल को इस मुद्दे पर सम्मेलन एवं कार्यक्रम करने की आजादी है और हर पार्टी या धार्मिक संगठन को इसमें हिस्सा लेने या नहीं लेने की स्वतंत्रता है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम यूडीएफ के अहम घटक दल हैं और चूंकि माकपा ने अपने सम्मेलनों में एक भी यूडीएफ सदस्य को आमंत्रित नहीं किया है, इसलिए हम इसमें शामिल नहीं हो सकते। कांग्रेस इकलौती ऐसी पार्टी है, जो राष्ट्रीय स्तर पर यूसीसी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट कर सकती है।’’

थंगल ने कहा, ‘‘कोई भी कांग्रेस को दरकिनार करके यूसीसी के विरोध में आगे नहीं बढ़ सकता। इसके अलावा, कांग्रेस के बिना सम्मेलनों में हिस्सा लेने से केरल के राजनीतिक भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।’’

ऐसा ही बयान देते हुए आईयूएमएल के महासचिव पी के कुन्हलिकुट्टी ने कहा कि लोगों को बांटने के लिए सम्मेलन आयोजित नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि लोकसभा या राज्यसभा में कांग्रेस के समर्थन या नेतृत्व के बगैर यूसीसी विधेयक को पराजित नहीं किया जा सकता।

आईयूएमएल सांसद ई टी मोहम्मद बशीर ने कहा कि कांग्रेस के बगैर लीग को आमंत्रित करना ‘‘सही नहीं’’ है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह ‘‘टकराव एवं विभाजन पैदा करने की चेष्टा है।’’

कांग्रेस ने आईयूएमएल की घोषणा का स्वागत किया है और कहा है कि उसे अपनी सहयोगी पर कभी कोई शक नहीं था। माकपा ने कहा कि लीग राजनीतिक बाध्यता के चलते सम्मेलन में हिस्सा नहीं ले रही है।

भाषा राजकुमार नेत्रपाल

नेत्रपाल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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