मुंबई, तीन दिसंबर (भाषा) इतालवी नौसेना का प्रशिक्षण जहाज अमेरिगो वेस्पुची वित्तीय राजधानी मुंबई में छह दिन रुकने के बाद दोहा के लिए रवाना हो गया है। यह भारत के किसी बंदरगाह पर उसका पहला ठहराव था।
तिरानवे साल पुराने इस जहाज के मुम्बई आगमन के अवसर पर फिल्म स्क्रीनिंग, बैंड प्रदर्शन और इटली की सर्वश्रेष्ठ कलाओं को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी सहित कई कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसका उद्देश्य भारत-इटली संबंधों को और मजबूत करना था।
जहाज को इटली के कूटनीतिक प्रयासों को आगे बढ़ाने में इसकी क्षमता के लिए कुछ अधिकारियों द्वारा ‘तैरता हुआ दूतावास’ भी कहा गया है, तथा इसके ठहराव के दौरान आम नागरिकों ने भी इसका दौरा किया।
पोत के लिए अगला कार्यक्रम एवं ‘विलागियो इटालिया’ प्रदर्शनी 16 दिसंबर को निर्धारित की गई है, जब यह कतर के दोहा पहुंचेगा।
सोमवार को मुंबई में इंदिरा डॉक पर विदाई समारोह आयोजित किया गया, जिसमें इतालवी नौसेना बैंड ने यूरोपीय देश का राष्ट्रगान बजाया और भारतीय बैंड ने मेजबान देश का राष्ट्रगान बजाया।
उपस्थित लोगों में इतालवी नौसेना स्कूल के कमांडर एडमिरल एंटोनियो नताले और मुंबई में इटली के महावाणिज्यदूत वाल्टर फेरारा शामिल थे।
समारोह के दौरान नताले ने कहा, ‘हमारी नौसेना के प्रतीक का ‘नौसेना कूटनीति’ मिशन जारी है।’
वर्ष 2025 में जेनोआ लौटने से पहले अमेरिगो वेस्पुची पांच महाद्वीपों के 20 देशों में कुल 30 बंदरगाहों की यात्रा करेगा।
फेरारा ने याद किया कि जहाज अपने इतिहास में पहली बार भारत में रुका और उम्मीद जतायी कि यह कार्यक्रम इटली और भारत के बीच संबंधों में एक ‘नये मौसम’ की शुरुआत का प्रतीक होगा।
भाषा अमित नरेश
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