नयी दिल्ली/वाशिंगटन, सात मई (भाषा) पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर सैन्य हमलों के तुरंत बाद भारत ने बुधवार को कहा कि यह अभियान ‘केंद्रित और सटीक’ था।
भारत ने साथ ही कहा कि उसके पास पहलगाम हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की स्पष्ट संलिप्तता की ओर इशारा करने वाले विश्वसनीय सुराग तथा सबूत हैं।
इन सटीक हमलों के बाद भारत ने विश्व के कई देशों से संपर्क साधा और उनके वरिष्ठ अधिकारियों को पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के बारे में जानकारी दी।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उन्हें की गई कार्रवाइयों की जानकारी दी।
वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने कहा, ‘भारत के पास विश्वसनीय सुराग, तकनीकी जानकारी, हमले में बचे लोगों की गवाही और अन्य साक्ष्य हैं जो इस हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की स्पष्ट संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं।’
दूतावास ने कहा, ‘यह उम्मीद की गई थी कि पाकिस्तान आतंकवादियों और उन्हें समर्थन देने वाले बुनियादी ढांचे के खिलाफ कार्रवाई करेगा।’
दूतावास ने कहा कि इसके बजाय, बीते पखवाड़े के दौरान पाकिस्तान इसे नकारता रहा और भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाए।
दूतावास की ओर से कहा गया कि भारत की कार्रवाइयां ‘केंद्रित और सटीक’ रहीं हैं और इस बात का ध्यान रखा गया कि यह और न बढ़े। ये हमले नपे-तुले और जिम्मेदार तरीके से तैयार किए गए थे।
दूतावास ने कहा, ‘किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य लक्ष्य को निशाना नहीं बनाया गया। केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया।’
सैन्य हमले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत किए गए हैं।
भारत की कार्रवाई उस पहलगाम आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद हुई, जिसकी वजह से भारत और विदेशों में भी व्यापक आक्रोश फैल गया था।
सेना ने एक बयान में कहा, ‘ये कदम पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाए गए हैं जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी।’
बयान में कहा गया है, ‘हम इस प्रतिबद्धता पर खरे उतर रहे हैं कि इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।’
भाषा ब्रजेन्द्र नरेश
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