गोरखपुर (उप्र), 18 मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को कुशीनगर जिले में ‘प्री-स्कूल और स्वास्थ्य किट’ वितरित की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बच्चों को स्वच्छता और अनुशासन का पाठ पढ़ाना जरूरी है।
यह कार्यक्रम कुशीनगर जिला समाहरणालय परिसर में आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य आंगनवाड़ी केंद्रों को मजबूत करना और बचपन की शिक्षा को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए महिला सशक्तीकरण और बाल विकास पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है।
पटेल ने कहा कि छोटे बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक रूप से सशक्त बनाना होगा ताकि वे भविष्य में देश की प्रगति में योगदान दे सकें।
राज्यपाल ने स्वच्छता का महत्व बताते हुए कहा कि बचपन से ही बच्चों को स्वच्छता और अनुशासन का पाठ पढ़ाना जरूरी है, जिससे वे इसे अपने जीवन में आत्मसात कर सकें।
उन्होंने कहा कि जैसे मजबूत फसल के लिए धरती तैयार करनी पड़ती है, वैसे ही बच्चों को संस्कार और ज्ञान देकर उच्च शिक्षा के लिए तैयार करना चाहिए।
उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों को संसाधनों से लैस करने के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में अध्ययनरत छोटे-छोटे बच्चे ही देश के भविष्य की नींव हैं।
पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत 2047 के संकल्प को पूरा करने में ये बच्चे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे क्योंकि उनके कंधों पर एक सशक्त और समृद्ध भारत के निर्माण की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि कहा कि बेटा हो या बेटी, बिना किसी भेदभाव के सभी बच्चों को शिक्षा, स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाया जाना चाहिए। उन्होंने इस बात जोर दिया कि प्रसव अस्पतालों में ही होने चाहिए जिससे जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें।
राजभवन से जारी एक बयान के अनुसार राज्यपाल ने कुशीनगर में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को लाभ पहुंचाया। इस अवसर पर 250 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री-स्कूल किट, 50 लाभार्थियों को भू-पट्टा, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशस्ति पत्र, ‘डिजी’ शक्ति योजना के तहत 200 लाभार्थियों को टेबलेट, 150 सफाई कर्मियों को स्वच्छता किट तथा 250 लाभार्थियों को आयुष्मान भारत कार्ड दिये गये।
भाषा सं आनन्द
राजकुमार
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