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Thursday, 23 January, 2025
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अवैध खनन का विरोध करने वाले कार्यकर्ता की हत्या की साजिश का पर्दाफाश करना जरूरी : अन्नामलई

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चेन्नई, 23 जनवरी (भाषा) तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलई ने बृहस्पतिवार को कहा कि पुदुकोट्टई में अवैध खनन का विरोध करने वाले एक सामाजिक कार्यकर्ता की ‘हत्या’ दुर्भाग्यपूर्ण है और इस घटना के पीछे की ‘गहरी साजिश’ का पता लगाया जाना चाहिए ताकि पता चल सके कि इसके पीछे कौन लोग हैं।

उन्होंने यहां हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले को मार डालना तमिलनाडु में एक ‘चलन’ बनता जा रहा है और कुछ महीने पहले राज्य के करूर जिले में भी इसी तरह की घटना हुई थी।

पीड़ित के जगबर अली, पुदुकोट्टई जिले के थिरुमायम तालुक के वेंगलूर में रहते थे। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता थे, जो अवैध खनन गतिविधियों के विरोध के लिए जाने जाते थे। 17 जनवरी को एक मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद मोटरसाइकिल से घर लौटते समय उन्हें एक लॉरी ने टक्कर मार दी थी और उनकी तत्काल मृत्यु हो गई थी।

अन्नामलई ने कहा, ‘हम इस मामले को जनता के सामने लाने वाली पहली पार्टी थे। एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत उनकी हत्या की गई थी। अब यह एक चलन बन चुका है जो पूरे तमिलनाडु में हो रहा है।’

उन्होंने दावा किया कि अवैध खनन सहित अन्य मुद्दों पर आवाज उठाने वालों को निशाना बनाया जा रहा है।

अन्नामलई ने कहा कि राज्य सरकार को इस मामले की जांच सीबी-सीआईडी को सौंप देनी चाहिये।

उन्होंने आगे कहा, ‘हम पहले दिन से ही स्पष्ट थे। ट्रक चालक को गिरफ्तार किया जाना चाहिए था और इस मामले को सामान्य सड़क दुर्घटना के मामले के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। इस मामले में, आपको सबसे गहरी साजिश का पता लगाना होगा कि इसके पीछे कौन है। एक बार जब पता कर लेंगे, तो शायद अगली बार किसी और की हत्या नहीं होगी।’

राज्य में मदुरै के मेलुर के पास 4000 एकड़ से अधिक की टंगस्टन खनन परियोजना के रद्द होने की संभावना पर उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को अधिसूचना जारी होने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमेशा किसानों और तमिल लोगों के साथ खड़े रहे हैं। केंद्र सरकार ने एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है, प्रधानमंत्री मोदी हमेशा तमिल भाइयों और बहनों के साथ खड़े रहेंगे।’

अन्नामलई ने मेलूर और उसके आसपास के ग्राम प्रधानों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए 22 दिसंबर को केंद्रीय कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी से मुलाकात की थी और संकेत दिया था कि केंद्र इस परियोजना को रद्द कर सकता है। उन्होंने कहा था कि बृहस्पतिवार को ‘खुशखबरी’ मिलने की उम्मीद है।

भाषा मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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