हैदाराबाद, 24 नवंबर (भाषा) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी. नारायणन ने सोमवार को कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी अगले महीने वाणिज्यिक आधार पर एलवीएम3 रॉकेट का उपयोग कर एक अमेरिकी संचार उपग्रह का प्रक्षेपण करेगी।
नारायणन ने यहां भारतीय रेलवे सिग्नल इंजीनियरिंग एवं दूरसंचार संस्थान (आईआरआईएसईटी) के 68वें वार्षिक दिवस समारोह को मुख्य वक्ता के तौर पर संबोधित करते हुए कहा कि देश का अंतरिक्ष कार्यक्रम 2040 तक प्रक्षेपणों, उपग्रहों और अन्य के मामले में किसी भी अन्य उन्नत राष्ट्र के बराबर होगा।
उन्होंने कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘प्रक्षेपण की तारीख अभी तय नहीं की गई है। यह अगले महीने होगी। यह एक संचार उपग्रह है, जिसे हम प्रक्षेपित करने की योजना बना रहे हैं। हम अपने एलवीएम3 (प्रक्षेपण यान मार्क-3) वाहन का उपयोग करके एक वाणिज्यिक संचार उपग्रह प्रक्षेपित करने जा रहे हैं।’’
नारायणन ने स्पष्ट किया कि यह कोई संयुक्त मिशन नहीं है, बल्कि अमेरिकी उपग्रह को वाणिज्यिक आधार पर प्रक्षेपित किया जाएगा।
उनके अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इसरो कई कार्यक्रमों पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल भारत के 57 उपग्रह कक्षा में हैं और अगले तीन वर्षों में यह संख्या तीन गुनी हो जाने की उम्मीद है।
आगामी परियोजनाओं के बारे में पूछे जाने पर नारायणन ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों की घोषणा की है और पांच प्रक्षेपण यान निजी औद्योगिक संघों को सौंप दिए गए हैं।
भाषा धीरज सुरेश
सुरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
