बेंगलुरु, एक अप्रैल (भाषा) इसरो ने मंगलवार को कहा कि उसने भारतीय भूस्थिर उपग्रहों के डेटा का उपयोग करके भारत में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं की तुरंत जानकारी (मौसम का पूर्वानुमान) देने में सफलता हासिल की है।
यह उपलब्धि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एनआरएससी) द्वारा हासिल की गई है।
इसरो के अनुसार, वायुमंडलीय बिजली क्षोभमंडल में संवहनीय प्रक्रियाओं के प्रभाव में मौसम संबंधी मापदंडों की जटिल अंतःक्रियाओं के कारण होती है। इन संवहनीय घटनाओं के प्रमुख चालकों में सतही विकिरण, तापमान और हवा शामिल हैं।
अंतरिक्ष एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘‘एनआरएससी/इसरो के अनुसंधानकर्ताओं ने इनसैट-3डी उपग्रह से प्राप्त ‘आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन’ (ओएलआर) डेटा में बिजली के संकेत देखे।’’
भाषा
नेत्रपाल पवनेश
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