नयी दिल्ली, 22 मार्च (भाषा) इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट 3-5 अप्रैल तक भारत की यात्रा पर रहेंगे और उनकी इस यात्रा में कृषि, जल, कारोबार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहित विविध क्षेत्रों में शानदार द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने पर चर्चा होने की उम्मीद है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बेनेट की भारत यात्रा की आधिकारिक घोषणा करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर इजराइल के प्रधानमंत्री बेनेट तीन दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं।
इसमें कहा गया है कि इससे पहले दोनों नेता नवंबर 2021 में ग्लासगो में सीओपी 26 सम्मेलन से इतर मिल चुके हैं तथा दोनों के बीच 16 अगस्त 2021 को टेलीफोन पर भी बातचीत हो चुकी है।
प्रधानमंत्री के रूप में बेनेट की यह पहली भारत यात्रा होगी। इजराइल के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ और भारत अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के समारोह मना रहा है।
बयान के अनुसार, जुलाई 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इजराइल यात्रा के दौरान भारत और इजराइल के द्विपक्षीय संबंधों को सामरिक गठजोड़ के स्तर पर उन्नत बनाया गया था।
इसमें कहा गया है कि इजराइल के प्रधानमंत्री की यात्रा से कृषि, जल, कारोबार, शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहित विविध क्षेत्रों में हमारे शानदार द्विपक्षीय संबंधों के और प्रगाढ़ होने की उम्मीद है।
इससे पहले, रविवार को इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने भारत-इजरायल संबंधों को परस्पर ‘‘सराहना और सार्थक सहयोग’’ पर आधारित बताया था। उन्होंने कहा था कि वह दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ के अवसर पर अप्रैल के पहले सप्ताह में भारत की यात्रा करेंगे।
बेनेट ने कहा था, ‘‘मैं अपने मित्र, प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी के निमंत्रण पर भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा को लेकर खुश हूं और साथ में हम अपने-अपने देशों के संबंधों को आगे की दिशा में बढ़ाते रहेंगे।’’
उन्होंने कहा था कि मोदी ने भारत और इजराइल के बीच संबंधों की फिर से शुरुआत की और इसका ऐतिहासिक महत्व है।
इजराइल के प्रधानमंत्री ने कहा था कि हमारी दो अनूठी संस्कृतियों – भारतीय संस्कृति और यहूदी संस्कृति के बीच संबंध गहरे हैं और वे अगाध सराहना एवं सार्थक सहयोग पर आधारित हैं।
बेनेट ने कहा था, ‘‘हम भारतीयों से कई चीजें सीख सकते हैं और यही हम करने का प्रयास करते हैं। साथ में हम नवाचार और प्रौद्योगिकी, सुरक्षा और साइबर, कृषि और जलवायु परिवर्तन के अलावा अन्य क्षेत्रों में अपने सहयोग का विस्तार करेंगे।’’
भाषा दीपक दीपक वैभव
वैभव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.