नई दिल्लीः आईपीएल प्लेयर विकास टोकस ने दिल्ली पुलिस के ऊपर आरोप लगाया है कि मास्क न लगाने के आरोप में उन्होंने 2 हजार रुपये का फाइन लगाया और मारपीट की. टोकस ने कहा, ‘जब मैंने उनका विरोध किया तो वे मेरी कार में घुस आए और अंदर बैठ गए.’ उन्होंने कहा, ‘उनमें से एक का नाम पूरन मीणा था जिसने मुझे मुक्का मारा. इसके बाद वे मुझे थाने लेकर गए और आरोप लगया कि मैं राइफल के साथ भाग रहा था.’
आगे उन्होंने कहा, ‘पुलिस वालों ने मेरा फोन छीन लिया. बाद में पुलिस स्टेशन में एक पुलिसकर्मी ने कहा कि उसने गलती कर दी है और मुझ पर सुलह करने का दबाव डाला. वे मुझ पर दबाव बना रहे हैं कि मैं कोई ऐक्शन न लूं. मैंने डीसीपी और सीपी को पूरन मीणा और एक अन्य को निलंबित किए जाने के लिए मेल भेजा है. उन्होंने कहा कि ये घटना भीकाजी काम पुलिस स्टेशन के पास उनके गांव के पास हुई.’
वहीं साउथ वेस्ट दिल्ली के डीसीपी गौरव शर्मा ने कहा कि रिपब्लिक डे परेड पर पुलिस ने विकास टोकस की कार को मास्क न पहनने की वजह से चेकिंग करने के उद्देश्य से रोका गया. इसके बाद उन्होंने घमंड में कहा कि कैसे नेशनल लेबल के प्लेयर को एक कॉन्सटेबल रैंक का पुलिस वाला रोक सकता है.
आगे उन्होंने कहा कि जब उन्हें पुलिस थाने आने को कहा गया तो वो ड्राइव करके जाने लगे. पुलिस ने कार को रोकने की कोशिश की जिसमें संयोग से उन्हें आंख के नीचे उन्हें चोट आ गई. इसके बाद उन्हें पुलिस स्टेशन ले जाया गया जहां उन्होंने और उनके ससुर ने लिखित में माफी मांगी. इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया लेकिन अब वे गलत शिकायत कर रहे हैं.
विकास टोकस साल 2016 में आईपीएल में आरसीबी टीम में थे. हालांकि उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था. टोकस ने 15 फर्स्ट क्लास और सात टी-20 मैंच खेले हैं.
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