नयी दिल्ली, 18 अप्रैल (भाषा) अमेरिका में गिरफ्तार किए गए एवं गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया के खिलाफ चंडीगढ़ ग्रेनेड हमला मामले की जांच के सिलसिले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के अनुरोध पर इंटरपोल ने ‘ब्लू नोटिस’ जारी किया था। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
एनआईए ने फरार आरोपी पर पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
पिछले महीने, एनआईए ने हमले में संलिप्त रहने को लेकर उसके अलावा पाकिस्तान में रह रहे आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा समेत तीन अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था।
सूत्रों ने बताया कि पासिया के खिलाफ एनआईए के अनुरोध पर ‘ब्लू नोटिस’ जारी किया गया था।
इंटरपोल का ‘ब्लू नोटिस’ किसी आपराधिक जांच के संबंध में व्यक्ति की पहचान, ठिकाने या गतिविधियों के बारे में अतिरिक्त जानकारी एकत्र करने के लिए जारी किया जाता है।
सूत्रों ने बताया कि पासिया पंजाब में कई आतंकवादी हमलों के सिलसिले में भी वांछित है और उस पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई तथा खालिस्तानी आतंकी समूह बीकेआई (बब्बर खालसा इंटरनेशनल) के साथ साठगांठ करने का आरोप है।
अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले पासिया उर्फ जोरा को संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) और अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन के प्रवर्तन एवं निष्कासन अभियान के दौरान सैक्रामेंटो में गिरफ्तार किया गया।
एफबीआई सैक्रामेंटो ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक बयान में कहा, ‘‘एफबीआई और ईआरओ ने भारत के पंजाब में आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार एक कथित आतंकवादी हरप्रीत सिंह को शुक्रवार को सैक्रामेंटो में गिरफ्तार कर लिया।’’
पंजाब पुलिस के प्रमुख गौरव यादव ने कहा कि यह गिरफ्तारी ‘‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी उपलब्धि’’ है। उन्होंने कहा कि इस मामले को केंद्र सरकार के समक्ष उठाया गया है और पासिया का प्रत्यर्पण कराने के लिए प्रयास जारी हैं।
पंजाब में आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पासिया राज्य में 14 ग्रेनेड हमलों को अंजाम देने सहित 16 आतंकवादी हमलों की साजिश रचने को लेकर वांछित है। उस पर खालिस्तानी आतंकवादी समूह बीकेआई के साथ सहयोग करने का भी संदेह है।
इससे पहले, जनवरी में एनआईए ने पिछले साल सितंबर में चंडीगढ़ में एक घर पर हुए ग्रेनेड हमले के सिलसिले में पासिया पर पांच लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया था।
अमृतसर जिले का रहने वाला पासिया अप्रैल 2018 में दुबई चला गया था और फरवरी 2019 में भारत लौटा था। वह अक्टूबर 2020 में लंदन गया और उसके बाद अमेरिका चला गया। सितंबर और अक्टूबर 2023 के बीच, पासिया ने रिंदा के साथ मिलकर पंजाब में जबरन वसूली और आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया।
सूत्रों ने बताया कि उन्होंने डर पैदा करने के लिए शराब ठेकेदारों और व्यापारियों को निशाना बनाया तथा जबरन वसूली के लिए धमकी भरे फोन किए। वहीं, बटाला और अमृतसर में शराब के ठेकों पर आगजनी और गोलीबारी की घटनाओं को अंजाम दिया।
भाषा सुभाष नेत्रपाल
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