हैदराबाद, 29 मई (भाषा) भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधानपरिषद सदस्य के. कविता ने बृहस्पतिवार को पार्टी में अपने आलोचकों पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि कुछ ताकतों ने पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाले इस दल का भाजपा में विलय करने की कोशिश की है और वे अब भी ऐसा कर रही हैं।
अपने भाई और बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव पर परोक्ष हमला करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि (जब वह पिछले वर्ष धनशोधन के एक मामले – दिल्ली शराब पुलिस घोटाला मामले में – राष्ट्रीय राजधानी की जेल में थीं, तब विलय का यह) प्रस्ताव उनके सामने लाया गया था जिसे उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया था।
पार्टी ने इस (आरोप) पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मीडियाकर्मियों के साथ अनौपचारिक बातचीत में कविता ने (केसीआर को छोड़कर) पार्टी नेताओं पर इस बात को लेकर सवाल उठाया कि जब उनका नाम सोशल मीडिया और कुछ स्थानीय अखबारों में बदनाम किया जा रहा था, तो वे उनके बचाव में क्यों नहीं आए?
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी राय है कि तेलंगाना के संसाधनों को लूटने की कोशिश कर रही भाजपा को नियंत्रित करने के बजाय बीआरएस को भाजपा के हाथों में सौंपने की कोशिश की जा रही है। चूंकि जब मैं जेल में थी, तो मेरे पास भी यही प्रस्ताव लाया गया था। मैंने दृढ़ता से कहा कि नहीं! बीआरएस तेलंगाना के लोगों के लिए श्रीराम रक्षा है।’’
बीआरएस के भीतर आंतरिक मतभेद हाल में उस समय सामने आ गए जब कविता ने अपने पिता और पार्टी अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव (केसीआर) को लिखे पत्र के लीक हो जाने पर आपत्ति जताई।
उन्होंने यह भी कहा था कि पार्टी में कुछ साजिशें चल रही हैं।
उन्होंने कहा था, ‘‘केसीआर एक भगवान की तरह हैं जो कुछ शैतानों से घिरे हुए हैं। बीआरएस वह पार्टी है जिसमें तेलंगाना की भावना है और जो राज्य के अस्तित्व का मूल कारण है। ’’
विधानपरिषद सदस्य ने कहा कि इसका किसी राष्ट्रीय पार्टी में विलय नहीं होना चाहिए और यही बात उनके पिता केसीआर को भी बताई गई है।
केसीआर की बेटी ने यह भी पूछा कि जब पूर्व मुख्यमंत्री को तेलंगाना में कालेश्वरम परियोजना पर उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश पी सी घोष की अध्यक्षता वाले न्यायिक आयोग से पेश होने के लिए नोटिस मिला था, तब आंदोलन की घोषणा क्यों नहीं की गई थी?
उन्होंने अपने भाई रामा राव का नाम लिये बगैर कहा, ‘‘आप अमेरिका में क्या जश्न मना रहे हैं? मुझे समझ में नहीं आता कि हम जमीनी स्तर पर किसी भी बात का जश्न क्यों नहीं मना रहे हैं?’’
रामा राव वर्तमान में अमेरिका एवं ब्रिटेन की यात्रा पर हैं।
पिछले हफ्ते रामा राव ने अपनी बहन द्वारा बीआरएस अध्यक्ष को लिखे गए पत्र और केसीआर के बारे में उनकी टिप्पणियों के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पार्टी के अंदरूनी मामलों पर सार्वजनिक रूप से बयान देने के बजाय पार्टी के भीतर चर्चा की जानी चाहिए।
कविता ने कहा कि जब उन्हें धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था, तब उन्होंने विधानपरिषद की सदस्यता से इस्तीफ़ा देने की पेशकश की थी लेकिन केसीआर ने कहा था कि इसकी ज़रूरत नहीं है।
उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में निजामाबाद क्षेत्र में उन्हें हराने में कुछ पार्टी नेताओं की भूमिका का भी आरोप लगाया।
भाषा राजकुमार नरेश
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